समकालीन जनमत

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ज़ेर-ए-बहस

नाम बदलने का राजनीतिक-सांस्कृतिक अर्थ

रवि भूषण
विलियम शेक्सपीयर (26.04.1564-23.04.1616) के नाटक ‘रोमियो एण्ड जूलियट’ का प्रकाशन सोलहवीं सदी के अन्त में हुआ था – दो अलग पाठान्तर में। पहला प्रकाशन 1597...
ग्राउन्ड रिपोर्टजनमतशख्सियतस्मृति

निराला की कविताएँ अपने समय के अंधेरे को पहचानने में हमारी मदद करती हैं: प्रो. विजय बहादुर सिंह

उमा राग
विवेक निराला    निराला की 57 वीं पुण्यतिथि पर आयोजित ‘छायावाद और निराला :कुछ पुनर्विचार’ विषय पर ‘निराला के निमित्त’ की ओर से आयोजित गोष्ठी...
साहित्य-संस्कृतिस्मृति

प्रेमचंद ने राष्ट्रवाद की अवधारणा के फासीवादी चरित्र को काफी पहले ही देख लिया था : प्रो. रविभूषण

प्रेमचंद ने आज से काफी पहले ही आवारा पूंजी के ग्लोबल चरित्र और उसके साम्राज्यवादी गठजोड़ की शिनाख्त कर ली थी . उन्होंने राष्ट्रवाद की...
शख्सियत

राजेन्द्र कुमार : जैसा मैंने उन्हें देखा

प्रणय कृष्ण
उनका अलंकरण मुश्किल है. उनके बारे में अतिशयोक्ति संभव नहीं. ध्यान से देखें तो उन्होंने अपने जीवन और अपनी रचना में कुछ भी अतिरिक्त, कुछ...
ख़बर

भारत बंद : भाकपा माले का लखनऊ, वाराणसी, इलाहाबाद, गोरखपुर सहित कई स्थानों पर जोरदार प्रदर्शन

समकालीन जनमत
लखनऊ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने एससी/एसटी एक्ट में संशोधन के जरिये उसे निष्प्रभावी करने के खिलाफ दो अप्रैल को लखनऊ,  इलाहबाद, वाराणसी, गोरखपुर...
ख़बर

उन्नाव में दलित छात्रा की जलाकर हत्या के विरोध में आइसा ने इलाहबाद में निकाला जुलूस, फूंका योगी सरकार का पुतला

समकालीन जनमत
इलाहबाद. ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा ) से जुड़े छात्रों ने उन्नाव में दलित छात्रा को जलाकर मार देने की घटना के विरोध में शनिवार...
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