समकालीन जनमत

Month : October 2019

साहित्य-संस्कृति

नागार्जुन के उपन्यासों पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

समकालीन जनमत
आत्माराम सनातन धर्म महाविद्यालय, जनकवि नागार्जुन स्मारक निधि तथा रज़ा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 16 अक्टूबर को ‘नागार्जुन के उपन्यास : विविध आयाम’...
जनमतपुस्तक

मार्क्स और आधुनिक समाज

गोपाल प्रधान
2019 में मंथली रिव्यू प्रेस से माइकेल हाइनरिह की 2018 में छपी जर्मन किताब का अंग्रेजी अनुवाद ‘कार्ल मार्क्स ऐंड द बर्थ आफ़ माडर्न सोसाइटी:...
पुस्तक

लखनऊ की पांच रातें : अली सरदार जाफरी 

समकालीन जनमत
गीतेश सिंह कोई सरदार कब था इससे पहले तेरी महफ़िल में बहुत अहले सुखन उट्ठे, बहुत अहले -कलाम आए । “मुझे इंसानी हाथ बड़े खूबसूरत...
कविताजनमत

स्त्री जीवन की पीड़ाओं के नॉर्मलाइज़ होते जाने का विरोध हैं अपर्णा की कविताएँ

समकालीन जनमत
संजीव कौशल अपर्णा अनेकवर्णा से मेरा परिचय उनकी कविताओं के रास्ते ही है और यह रास्ता इतना अलग और आकर्षक है कि यहां से गुज़रते...
साहित्य-संस्कृति

कवि केदारनाथ सिंह पर केंद्रित ‘साखी’ के विशेषांक और उनकी कविताओं पर परिचर्चा

समकालीन जनमत
जन संस्कृति मंच, अलीगढ़ और हिंदी विभाग, श्री वार्ष्णेय कॉलेज, अलीगढ के संयुक्त तत्वावधान में वार्ष्णेय कॉलेज में तीन अक्टूबर को केदारनाथ सिंह पर केंद्रित...
साहित्य-संस्कृति

विस्थापन के दर्द को उकेरती हैं उमेश पंकज की कविताएं

कौशल किशोर
लखनऊ, 6 अक्टूबर। कवि उमेश पंकज  के पहले कविता संग्रह ‘एक धरती मेरे अन्दर’ का आज यहां स्थानीय कैफ़ी आज़मी एकेडमी में लोकार्पण हुआ। कार्यक्रम...
कविताजनमत

अंधेरे के ख़िलाफ़ ज़माने को आगाह करती हैं मुकुल सरल की कविताएँ

समकालीन जनमत
गीतेश सिंह अभी कुछ सप्ताह पहले जब हम त्रिलोचन को याद कर रहे थे, तो उनकी एक कविता लगातार ज़ेहन में चलती रही -कविताएँ रहेंगी तो/ सपने...
पुस्तक

सिनेमा के बारे में जावेद अख्तर से नसरीन मुन्नी कबीर की बातचीत

समकालीन जनमत
गीतेश सिंह भारतीय सिनेमा पर हिंदी में या तो बहुत कम साहित्य उपलब्ध है, या मेरी खोज की ही सीमा रही होगी कि बहुत दिनों से...
जनमत

साइकिल चिंतन : विजय कुमार

समकालीन जनमत
  सड़क पर तरह-तरह के वाहनों की एक सामूहिक गति होती है – अक्सर खौफनाक और हिंसक गति. अंधाधुंध गति और रेल-पेल के बीच एक...
ख़बरग्राउन्ड रिपोर्ट

बाढ़ में डूबे पटना में तत्काल समाधान न निकाला गया तो बीमारियों का खतरा

समकालीन जनमत
विकाश यादव पटना: बिहार में बारिश जोर पर थी, ठीक इस बारिश से पहले बिहार का एक बड़ा हिस्सा सुखाड़ की चपेट में था। कई...
जनमतशख्सियतस्मृति

गांधी और उनके हत्यारे

इन्द्रेश मैखुरी
आज जब महात्मा गांधी की पैदाइश के 150 साल पूरे हो रहे हैं,तब लगता है कि एक चक्र पूरा हो कर दुष्चक्र की ओर बढ़...
ज़ेर-ए-बहस

बाढ़ नहीं, सरकार निर्मित जलजमाव की चपेट में पटना

शशांक मुकुट शेखर
रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सून पानी गये ना ऊबरे, मोती, मानुष, चून सैकड़ों साल पहले रहीम द्वारा रचित इस दोहे को पूंजीवादी युग...
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