दरभंगा (बिहार)। एल.सी.एस. काॅलेज, दरभंगा में महाविद्यालय तथा ‘जन संस्कृति मंच,दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान में 141 वें प्रेमचंद-जयंती समारोह के अवसर पर ऑनलाइन तथा ऑफलाइन...
[1936 में प्रगतिशील लेखक संघ के प्रथम अधिवेशन लखनऊ में प्रेमचंद द्वारा दिया गया अध्यक्षीय भाषण] यह सम्मेलन हमारे साहित्य के इतिहास में स्मरणीय घटना है।...
साम्राज्यवाद-उपनिवेशवाद विरोधी रवैये का एक निरंतरता में अनुपालन जितना प्रेमचंद के यहाँ दीखता है, वैसा हिंदी के किसी और लेखक में नहीं. असंख्य मजदूर, किसान,...