समकालीन जनमत

Category : पुस्तक

ख़बरपुस्तक

महिलाओं की आज़ादी पर पाबन्दियाँ उन्हें सुरक्षित नहीं असुरक्षित ही बनाती हैं : कविता कृष्णन

समकालीन जनमत
(भाकपा (माले) लिबरेशन की पोलित ब्यूरो की सदस्य और अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (AIPWA) की सचिव कविता कृष्णन की किताब ‘फीयरलेस फ्रीडम’ पर उनसे...
पुस्तक

मार्क्स लिखित ‘ पूंजी ’ की सीख

गोपाल प्रधान
 2020 में पालग्रेव मैकमिलन से मार्क सिल्वर के संपादन में ‘कनफ़्रंटिंग कैपिटलिज्म इन द 21स्ट सेन्चुरी: लेसन्स फ़्राम मार्क्स’ कैपिटल’ का प्रकाशन हुआ । संपादक...
ख़बरपुस्तक

जिस ख़ाक के ज़मीर में हो आतिश-ए-चिनार

इन्द्रेश मैखुरी
“ भारत हमारी मातृभूमि है और वह हमेशा रहेगी. यह हमारा कर्तव्य है कि हम  अपने देश की आज़ादी के संघर्ष के मोर्चे पर आगे...
ख़बरपुस्तक

फ़ासीवाद से लड़ाई

गोपाल प्रधान
(इस किताब को पढ़ते हुए लगातार महसूस होता रहा कि बात किसी अन्य देश की नहीं, अपने ही प्यारे भारत की हो रही है ।...
जनमतपुस्तक

स्त्री कविता: पहचान और द्वंद्व

समकालीन जनमत
डॉ. रेखा सेठी ने वर्तमान की जटिलताओं एवं अंतर्विरोधों को समझने के क्रम में स्त्री रचनाशीलता के विविध आयामों को व्याख्यायित एवं विश्लेषित करने का...
जनमतपुस्तक

स्त्री रचनाशीलता को समझने की एक कोशिश

समकालीन जनमत
रेखा सेठी स्त्री लेखन, स्त्री की चिंतनशील मनीषा के विकास का ही ग्राफ है जिससे सामाजिक इतिहास का मानचित्र गढ़ा जाता है और जेंडर तथा...
पुस्तकसाहित्य-संस्कृति

‘ मोदीनामा ’ : हिन्दुत्व का उन्माद

कौशल किशोर
  मोदी सरकार दूसरी बार सत्तासीन हुई है। पिछली बार की तुलना में उसका मत प्रतिशत बढ़ा है। उसकी सीटों में भी इजाफा हुआ है।...
पुस्तकसाहित्य-संस्कृति

‘ जनता का अर्थशास्त्र ’ : एक जरूरी किताब

कौशल किशोर
  भगवान स्वरूप कटियार की नयी किताब ‘जनता का अर्थशास्त्र’ ऐसे समय में आयी है जब देश आर्थिक मंदी की चपेट में है। विकास का...
पुस्तक

शैक्षणिक परिसरों की घेराबंदी: बोध-प्रतिरोध-आजादी 

समकालीन जनमत
गीतेश सिंह पीपल्स कमीशन ऑन शृंकिंग डेमोक्रेटिक स्पेस द्वारा भारत में शैक्षणिक संस्थानों पर हो रहे हमलों पर आयोजित जन अधिकरण की रिपोर्ट को किताब...
पुस्तक

एक परिवार, एक देश के हवाले से पूरी दुनिया की कहानी कहता खालिद हुसैनी का उपन्यास द काइट रनर

समकालीन जनमत
ममता सिंह पेंगुइन बुक्स से आये अद्भुत उपन्यास ‘द काइट रनर’ के लेखक ख़ालिद हुसैनी का जन्म अफगानिस्तान के काबुल शहर में हुआ था। 1980...
जनमतपुस्तक

मार्क्स और आधुनिक समाज

गोपाल प्रधान
2019 में मंथली रिव्यू प्रेस से माइकेल हाइनरिह की 2018 में छपी जर्मन किताब का अंग्रेजी अनुवाद ‘कार्ल मार्क्स ऐंड द बर्थ आफ़ माडर्न सोसाइटी:...
पुस्तक

लखनऊ की पांच रातें : अली सरदार जाफरी 

समकालीन जनमत
गीतेश सिंह कोई सरदार कब था इससे पहले तेरी महफ़िल में बहुत अहले सुखन उट्ठे, बहुत अहले -कलाम आए । “मुझे इंसानी हाथ बड़े खूबसूरत...
पुस्तक

सिनेमा के बारे में जावेद अख्तर से नसरीन मुन्नी कबीर की बातचीत

समकालीन जनमत
गीतेश सिंह भारतीय सिनेमा पर हिंदी में या तो बहुत कम साहित्य उपलब्ध है, या मेरी खोज की ही सीमा रही होगी कि बहुत दिनों से...
जनमतपुस्तक

सुभाष राय की चिंताओं, सरोकार और लेखकीय दृष्टि से परिचित कराती एक पुस्तक ‘ जाग मछन्दर जाग’

समकालीन जनमत
प्रोफ़ेसर अरुण होता मिथक के अनुसार शिवजी पार्वती को योग एवं ज्ञान के गूढ तत्व बता रहे थे तो एक मत्स्य ने सब कुछ सुन लिया...
जनमतपुस्तक

‘बड़ी कविता को वक्त के सवालों और सन्दर्भों से जोड़कर उसका एक नया पाठ करना होगा’

योगेंद्र आहूजा
अवधेश त्रिपाठी की इस आलोचना पुस्तक में हिंदी की आधुनिक कविता के पांच प्रमुख कवियों के कृतित्व की विवेचना है । वे हमारे देश के...
पुस्तकसाहित्य-संस्कृति

अवधेश त्रिपाठी की पुस्तक ‘कविता का लोकतंत्र’ पर परिचर्चा

समकालीन जनमत
अनुपम सिंह जन संस्कृति मंच की घरेलू गोष्ठी में अवधेश त्रिपाठी की पुस्तक “कविता का लोकतंत्र” पर परिचर्चा संपन्न हुई . यह परिचर्चा दिनांक 21...
जनमतपुस्तक

आक्सफ़ोर्ड की मार्क्स सहायिका

गोपाल प्रधान
2019 में आक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस से मैट विडाल, टोनी स्मिथ, तोमास रोट्टा और पाल प्रेव के संपादन में ‘द आक्सफ़ोर्ड हैंडबुक आफ़ कार्ल मार्क्स’ का...
जनमतपुस्तक

‘बैठकर काशी में अपना भूला काशाना’ : मिर्ज़ा ग़ालिब

समकालीन जनमत
कुमार मुकुल ‘चिराग़-ए-दैर (मंदिर का दीया)’ मिर्ज़ा ग़ालिब की बनारस पर केंद्रित कविताओं का संकलन है जिसका मूल फारसी से सादिक ने अनुवाद किया है। चिराग़-ए-दैर की...
पुस्तकसाहित्य-संस्कृति

अवध किसान आंदोलन की स्मृतियों को ताज़ा करती हुई राजीव कुमार पाल की पुस्तक “एका” का विमोचन

समकालीन जनमत
लखनऊ। एक सदी पूर्व जनमानस को झकझोर देने वाले अवध किसान आंदोलन की स्मृतियाँ अब जनमानस में धुंधली सी पड़ती जा रही हैं। इन्ही स्मृतियों...
जनमतपुस्तक

लोकतंत्र और मार्क्स-एंगेल्स

गोपाल प्रधान
 2000 में स्टेट यूनिवर्सिटी आफ़ न्यू यार्क प्रेस से अगस्त एच निम्ज़, जूनियर की किताब ‘ मार्क्स ऐंड एंगेल्स: देयर कंट्रीब्यूशन टु द डेमोक्रेटिक ब्रेकथ्रू...
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