समकालीन जनमत

Month : October 2022

स्मृति

‘ स्मृतियों के आइने में अरुण पांडेय ’ का विमोचन

समकालीन जनमत
नई दिल्ली। गांधी शांति प्रतिष्ठान के खचाखच भरे हाल में वरिष्ठ पत्रकारों, मीडिया कर्मियों, राजनीतिक व सांस्कृतिक कार्यकर्ताओं, प्रोफेसरों, वकीलों तथा विभिन्न क्षेत्र में कार्यरत...
कविता

बाबुषा की कविताएँ जीवन को तप करके पत्थर के बरक्स पानी बना देने की हिमायती हैं

समकालीन जनमत
दीपक जायसवाल मेरे ज़माने की ऐसी लेखिका जिसे पानी पर लिखी तहरीरें पढ़ना आता है, बारिशें जिनकी पुरखिन हैं, जिनके यहाँ सूरज पर लगा ग्रहण,...
समर न जीते कोय

समर न जीते कोय-25

मीना राय
(समकालीन जनमत की प्रबन्ध संपादक और जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना राय का जीवन लम्बे समय तक विविध साहित्यिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक...
कविता

सुभाष यादव की कविताएँ संभावनाओं की आवाज़ हैं

समकालीन जनमत
विनय सौरभ   सुभाष यादव की कविताएँ आपको चौंकाएँगी नहीं। न ही किसी विस्मय से भरेंगी ! ये कविताएँ वैसी ही हैं जैसे किसी निर्जन...
स्मृति

अखिलेश मिश्र : एक जन बुद्धिजीवी

कौशल किशोर
अखिलेश मिश्र जन्मशती (20.10.2022) पर स्मृतियों के लोप के इस दौर में अखिलेश मिश्र को याद करना वर्तमान के संघर्ष का हिस्सा है। यह उनका...
जनमत

जसम सम्मेलन के बहाने कुछ बातें

दिवाकर मुक्तिबोध बस्तर के आदिवासियों के हितों के लिए वर्षों से संघर्षरत सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु कुमार ने जन संस्कृति मंच के राष्ट्रीय सम्मेलन में जो...
ख़बर

प्रो. जी.एन. साईबाबा की रिहाई स्‍थगित करने के खिलाफ़ पटना में नागरिकों का प्रतिवाद

पटना। एआईपीएफ, आईसा, आरवाईए और जन संस्कृति मंच के बैनर से आज पटना में बुद्ध स्मृति पार्क पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा प्रोफेसर सीएन साईं बाबा की...
पुस्तक

तरक़्क़ीपसंद तहरीक की रहगुज़र

दुर्गा सिंह
भारत में प्रगतिशील धारा प्रारंभ से ही मौजूद रही है। यह कोई हाशिये की धारा न होकर भारतीय सभ्यता और संस्कृति के निर्माण में प्रमुख...
कविता

आशीष त्रिपाठी की कविताएँ विषाक्त दौर में प्रकृति की दरियादिली को ज़ाहिर करती हैं

समकालीन जनमत
विपिन चौधरी   रचनात्मक और जिज्ञासु संचेतना देर-सवेर अपनी भाषा विकसित कर लेती है. यह भाषा कवि की आत्मा की भाषा है. अपने भीतर के...
समर न जीते कोय

समर न जीते कोय-24

मीना राय
(समकालीन जनमत की प्रबन्ध संपादक और जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना राय का जीवन लम्बे समय तक विविध साहित्यिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक...
कविता

अखिल कत्याल की कविताएँ दोस्त की तरह हैं

समकालीन जनमत
शुभम श्री अखिल की कविताओं को कैसे पढ़ें सबसे पहले इन पाँच सौ शब्दों के चिट्ठे को नज़रअंदाज करें और तेज गति से स्क्रोल कर...
स्मृति

नई कहानी के अप्रतिम कहानीकार शेखर जोशी नहीं रहें।

समकालीन जनमत
अच्युतानंद मिश्र नई कहानी के अप्रतिम कहानीकार शेखर जोशी नहीं रहें।याद आता है 2012 में जबलपुर में उनसे मुलाकात हुई थी। उनसे बात करते हुए...
ख़बर

 जन संस्कृति मंच का राष्ट्रीय सम्मेलन 7-8 अक्टूबर को रायपुर में, पांच सौ से ज्यादा लेखक, कलाकार और संस्कृतिकर्मी जुटेंगे 

समकालीन जनमत
रायपुर. लेखक-संस्कृतिकर्मियों के संगठन जन संस्कृति मंच का 16 वां राष्ट्रीय सम्मेलन 8–9 अक्टूबर को रायपुर में पंजाब केसरी भवन में आयोजित हो रहा है....
पुस्तक

‘उम्मीद चिनगारी की तरह’ संग्रह की कविताएँ अपने समय को रचतीं, अभिव्यक्ति के ख़तरों को धता बताती हैं

समकालीन जनमत
दिविक रमेश कौशल किशोर प्रारम्भ से ही एक सजग और ज़िम्मेदार कवि के रूप में अपनी राह बनाते हुए आज उम्मीद से लबालब भरी चिंगारी...
कविता

लीना मल्होत्रा की कविताएँ स्त्रीस्वर का स्थापित मुहावरा हैं

समकालीन जनमत
प्रिया वर्मा महत्वाकांक्षाओं की चिड़िया औरत की मुंडेर पर आ बैठी है दम साध शिकारी ने तान ली है बन्दूक निशाने पर है चिड़िया अगर...
समर न जीते कोय

समर न जीते कोय-23

मीना राय
(समकालीन जनमत की प्रबन्ध संपादक और जन संस्कृति मंच, उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना राय का जीवन लम्बे समय तक विविध साहित्यिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक...
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