समकालीन जनमत

Month : December 2018

ख़बर

मनोज मंजिल इंकलाबी नौजवान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, नीरज कुमार महासचिव चुने गए

कॉ. अमरजीत कुशवाहा सम्मानित अध्यक्ष होंगे, 77 सदस्यीय राष्ट्रीय परिषद और 24 सदस्यीय कार्यकारिणी चुनी गई वाराणसी. इंकलाबी नौजवान सभा के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन...
सिनेमा

‘हाशिये के लोगों’ को समर्पित होगा छठा उदयपुर फ़िल्म फेस्टिवल

संजय जोशी
19 दिसंबर, उदयपुर   उदयपुर फ़िल्म सोसाइटी और प्रतिरोध का सिनेमा अभियान द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित होने वाला उदयपुर का सालाना सिनेमा जलसा छठा...
नाटक

बेगुसराय में ‘ धूर्तसमागम ’ का मंचन

बेगुसराय (बिहार). शहर के दिनकर कला भवन में सोमवार की शाम जसम की नाट्य इकाई रंगनायक द लेफ्ट थियेटर द्वारा कवि ज्योतिरीश्वर ठाकुर की कृति...
पुस्तकसाहित्य-संस्कृति

पूंजी और उससे पैदा विक्षोभ

गोपाल प्रधान
2011 में पी एम प्रेस से साशा लिली की किताब ‘ कैपिटल ऐंड इट्स डिसकांटेन्ट्स: कनवर्सेशंस विथ रैडिकल थिंकर्स इन ए टाइम आफ़ ट्यूमल्ट’ का...
कविता

संभावनाओं के बिम्ब गढ़ती आँचल की कविताएँ

समकालीन जनमत
लोकेश मालती प्रकाश व्यक्ति की निजता अमानवीय सत्ताओं के निशाने पर हमेशा से रही है। ग़ुलामी की सबसे मुकम्मल स्थिति वह होती है जब ग़ुलाम...
ख़बर

वाराणसी में युवाओं की हुंकार-शिक्षा-रोजगार के सवाल पर फेल मोदी सराकार को उखाड़ फेकेंगे

समकालीन जनमत
मार्च और सभा के साथ इंकलाबी नौजवान सभा का छठवां राष्ट्रीय सम्मेलन प्रारम्भ वाराणसी, 15 दिसम्बर। इंकलाबी नौजवान सभा के आह्वान पर देश भर से...
स्मृति

जिस दिन राजकपूर अपना जन्मदिन मना रहे थे उसी दिन शैलेंद्र ने यह दुनिया छोड़ दी

समकालीन जनमत
आलोक रंजन राजकपूर और शैलेंद्र ये दो नाम केवल इसलिए साथ नहीं लिए जाते रहेंगे कि इन्होंने साथ काम किया और बहुत अच्छा काम किया...
ख़बर

हड़ताल के 13वें दिन आशाओं का पटना में जोरदार प्रदर्शन

एक दर्जन से अधिक संगठनों के नेताओं ने आशा हड़ताल को समर्थन देते हुए सभा को किया सम्बोधित पटना. आशा को सरकारी कर्मी का दर्जा...
नाटक

एक पागल की डायरी : एक सार्थक संभावनाशील प्रस्तुति

समकालीन जनमत
पुंज प्रकाश नाट्य प्रस्तुतियों में समकालीनता एक ज़रूरी शर्त है। अपने समय से मुंह चुराता हुआ नाट्य समय, धन और ऊर्जा की बर्बादी और व्यर्थ...
स्मृति

देख लो आज हमको जी भर के

समकालीन जनमत
उनकी आवाज सबसे पहले रेडियो पर सुनाई दी, सोलह बरस की एक शोख लड़की की पुरकशिश आवाज ।सांवली रंगत और हिरनी जैसी बड़ी बड़ी आंखों...
सिनेमा

10 वां पटना फिल्मोत्सव : हिंसा, नफरत और उन्माद से बच्चों को बचाने की मार्मिक अपील

समकालीन जनमत
क्रांतिकारी कवि और बुद्धिजीवी सरोज दत्त के जीवन और विचार से रूबरू हुए दर्शक पटना: 11 दिसंबर. 10 वें पटना फिल्मोत्सव के आखिरी दिन की...
सिनेमा

नये फिल्मकारों की फिल्मों ने जनपक्षीय सिनेमा के प्रति उम्मीद जगाई

10वां पटना फिल्मोत्सव: प्रतिरोध का सिनेमा महानगर से लेकर गांवों और आदिवासी इलाकों तक के जन-जीवन की सच्चाइयों से रूबरू हुए दर्शक लोककलाकार भिखारी ठाकुर...
सिनेमा

हिमांचली बच्चों के बीच सिनेमा के जरिये देश दुनिया की खबर

संजय जोशी
कांगड़ा (हिमांचल) 11 दिसंबर. कानपुर, फरीदाबाद, वाराणसी, दिल्ली, बैंगलोर, जयपुर जैसे शहरों में हवा और पानी दिनोदिन ख़राब होता जा रहा है इसके अलावा शहरी...
कहानी

अपने समकालीन कहानीकारों के बीच शेखर जोशी की कहानियाँ

समकालीन जनमत
नई कहानी के दौर के कहानीकारों ने मनुष्य-जीवन के विविध पहलुओं को वहीं से पकड़ा जहाँ प्रेमचन्द ने उसे छोड़ा था। शिल्पगत नवीनता और प्रामाणिक...
सिनेमा

भारतीय सिनेमा हाशिये के लोगों का सिनेमा नहीं है : पवन श्रीवास्तव

समकालीन जनमत
प्रतिरोध का सिनेमा : 10 वां पटना फिल्मोत्सव पटना. ‘‘जिसे भारतीय सिनेमा कहा जाता है, उसे भारतीय सिनेमा नहीं कहना चाहिए। वह सच्चे अर्थों में...
ख़बर

लोकतंत्र व आरक्षण तभी बचेगा जब संविधान बचेगा : उर्मिलेश

समकालीन जनमत
2019 में बेराजगारों की फौज खड़ा करने वाली मोदी सरकार को बेरोजगार कर दें – बाला जी हमें अपने संवैधानिक अधिकारों से कोई नहीं वंचित...
ख़बर

बिहार में 10 दिन से हड़ताल पर हैं एक लाख आशा कार्यकर्ता

पटना. सरकारी कर्मी घोषित करने , 18 हजार मासिक मानदेय देने सहित 12 सूत्री मांगों को लेकर बिहार की आशाकर्मी 10 दिन से हड़ताल पर...
ख़बर

संविधान सम्मान यात्रा का देहरादून और मसूरी में स्वागत, सभा

देहरादून. जन आंदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय (एनएपीएम) द्वारा शुरू की गई संविधान सम्मान यात्रा 7 दिसम्बर को देहरादून और इसके बाद मसूरी पहुंची. यात्रियों का...
ख़बर

‘ यौन हिंसा से पीड़ित महिला का इलाज करने से इंकार नहीं कर सकते डॉक्टर ’

समकालीन जनमत
महिला हिंसा के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय 16 दिवसीय अभियान के अंतर्गत आली और  एफपीएआई ने “महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामलों में स्वास्थ्य प्रणाली की भूमिका”...
कविता

‘ अजीब समय के नए राजपत्र ’ के विरुद्ध तनकर खड़ी कविता

दीपक सिंह
पंकज चतुर्वेदी बहुत ही संवेदनशील और समय-सजग रचनाकार हैं | उनकी कविताओं से गुजरते हुए जन कवि गोरख पाण्डेय की कविता पंक्तियां बार-बार मन में...
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