साहित्य-संस्कृति मुक्तिबोध पुनर्निर्माण नहीं, बल्कि नया निर्माण चाहते हैं : देवी प्रसाद मिश्रसमकालीन जनमतApril 1, 2024April 1, 2024 by समकालीन जनमतApril 1, 2024April 1, 2024083 पटना। आईएमए हॉल, पटना में 31 मार्च को जन संस्कृति मंच और समन्वय की ओर से ‘स्वदेश की खोज और मुक्तिबोध’ विषय पर परिचर्चा और...
स्मृति गरीबों, मजदूरों के अगुवा नेता थे कामरेड अलाउद्दीन शास्त्री -रामजी रायसमकालीन जनमतJuly 2, 2021 by समकालीन जनमतJuly 2, 202101001 पीलीभीत। पूरनपुर के पंचम दास इंटर कालेज में भाकपा माले द्वारा आयोजित कामरेड अलाउद्दीन शास्त्री की श्रद्धांजलि सभा में भाकपा माले और विभिन्न धाराओं से...
शख्सियत कामरेड ज़िया भाई ज़िंदाबाद !रामजी रायSeptember 29, 2020September 30, 2020 by रामजी रायSeptember 29, 2020September 30, 202005413 ( 28 सितम्बर 1920 को इलाहाबाद के जमींदार मुस्लिम परिवार में पैदा हुए ज़िया –उल-हक़ ने अपने जीवन के सौ साल पूरे कर लिए हैं....
जनमतशख्सियतस्मृति “यह थी भूमिका हम-तुम मिले थे जब” मुक्तिबोध स्मरण (जन्मदिन 13 नवम्बर)रामजी रायNovember 13, 2019November 13, 2019 by रामजी रायNovember 13, 2019November 13, 201902730 मुक्तिबोध और उनकी कविता के बारे में लोग कहते हैं कि वो विकल-बेचैन, छटपटाते कवि हैं. लेकिन देखिये तो दरअसल, मुक्तिबोध कविता की विकलता के...
जनमतस्मृति खैनी खिलाओ न यार! उर्फ़ मौत से चुहल (सखा, सहचर, सहकर्मी, कॉमरेड महेश्वर की एक याद)रामजी रायJune 25, 2019June 25, 2020 by रामजी रायJune 25, 2019June 25, 20205 3745 अपने प्रियतर लोगों- कृष्णप्रताप (के.पी.), गोरख, कामरेड विनोद मिश्र, महेश्वर पर चाहते हुए भी आज तक कुछ नहीं लिख सका। पता नहीं क्यों? इसकी वज़ह...
जनमत विकास, विस्थापन और साहित्य (संदर्भ झारखंड)रामजी रायNovember 7, 2018November 7, 2018 by रामजी रायNovember 7, 2018November 7, 20185 4661 आज इस बात में किसी को कोई संदेह नहीं रह गया है कि ग्लोबल पूंजीवाद के लाभ-लोभ के चलते दुनिया में गरीबी और पर्यावरण का...
जनमत फासीवाद के खिलाफ संघर्ष में मार्क्स के विचार से बेहतर विचार नहीं- दीपंकर भट्टाचार्यसमकालीन जनमतJuly 23, 2018July 23, 2018 by समकालीन जनमतJuly 23, 2018July 23, 20184 2564 क्रोनी पूंजीवाद, सांप्रदायिक विभाजन और मनुवादी के बीच गठजोड़ है. लिचिंग स्थाई परिघटना बना दी गई है. लिचिंग करने वालों को पता है कि उन्हें...
ख़बर मार्क्स का चिंतन सिर्फ आर्थिक नहीं सम्पूर्ण मनुष्यता का चिंतन है: रामजी रायसमकालीन जनमतJune 10, 2018June 10, 2018 by समकालीन जनमतJune 10, 2018June 10, 201803449 मार्क्स ने मुनष्य को एक समुच्चय में नहीं एक सम्पूर्ण इकाई के रूप में समझा और कहा कि वह एक ही समय में आर्थिक, राजनीतिक,...