समकालीन जनमत

Tag : Bajrang Bihari Tiwari

ग्राउन्ड रिपोर्ट

पंजाब के भूमिहीन दलितों का संघर्ष

जगमेल की हत्या को मुद्दा बनाने और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन करने में ‘ज़मीन प्राप्ति संघर्ष समिति’ (ZMPC) की भूमिका का...
ग्राउन्ड रिपोर्ट

जातिवादी उत्पीड़न आज भी बदस्तूर जारी है

जातिवादी उत्पीड़न का सिलसिला थमने की कौन सोचे, यह उलटा बढ़ता ही जा रहा है| हालिया घटना पंजाब के संगरूर जिले की है| चांगलीवाल गाँव...
साहित्य-संस्कृति

‘ प्रेमकथा एहि भाँति बिचारहु ’

  (संत वैलेन्टाइन की तरह प्रेम के पक्षधर मगर कई मामलों में उनसे भिन्न संत रविदास थे। उनकी  रचना जगत में प्रेम एक विराट भाव...
ज़ेर-ए-बहस

साम्प्रदायिकता का प्रश्न और दलित स्त्री कविता

राजनीति से दलित साहित्य की दूरी कभी नहीं रही| धर्म और संस्कृति के क्षेत्र में वर्णवादी जकड़न से जूझते हुए दलित साहित्य ने राजनीति के...
जनमतस्मृति

‘ रुको कि अभी शेष है जिंदगी की जिजीविषा, प्राण और सांस, शेष है धरती, आकाश और क्षितिज ’

  (वरिष्ठ रचनाकार और आदिवासी, दलित और स्त्री मुद्दों पर सक्रिय रहीं सामाजिक कार्यकर्ता रमणिका गुप्ता (22.4.1929 – 26.3.2019) के निधन पर जन संस्कृति मंच...
कविताजनमत

बादलों में आकार की खोज: रमणिका गुप्ता की कविताई

समकालीन जनमत
बजरंग बिहारी तिवारी नारीवादी आंदोलन का दूसरा दौर था. ‘कल्ट ऑफ़ डोमिस्टिसिटी’ को चुनौती दी जा चुकी थी. राजनीति में स्त्री की उपस्थिति को औचित्यपूर्ण,...
ख़बर

सावित्री बाई फुले के जन्मदिन पर कार्यक्रम आयोजित

  भारत की प्रथम शिक्षिका सावित्रीबाई फुले का जन्म दिन तीन जनवरी को पड़ता है। इस अवसर पर दलित लेखक संघ (दलेस) तथा आंबेडकर विश्वविद्यालय...
कविताजनमत

घर की सांकल खोलता हुआ कवि हरपाल

उमा राग
बजरंग बिहारी   कविता जीवन का सृजनात्मक पुनर्कथन है। इस सृजन में यथार्थ, कल्पना, आकांक्षा, आशंका और संघर्ष के तत्व शामिल रहते हैं। रचनाकार अपनी प्रवृत्ति,...
जनमतसाहित्य-संस्कृति

आक्रोश और साहित्य: बजरंग बिहारी तिवारी

समकालीन जनमत
आक्रोश पुराना शब्द है| पाणिनि के यहाँ (अष्टाध्यायी, 6.3.21) इसका प्रयोग मिलता है- ‘षष्ठया आक्रोशे’| इसका आशय है कि यदि भर्त्सना का भाव हो तो...
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