जनमत ‘हम भारत के लोग’ भारतीय संविधान का आधार है : प्रो राव साहेब कसबेसमकालीन जनमतApril 14, 2024April 15, 2024 by समकालीन जनमतApril 14, 2024April 15, 2024048 बाबा साहब अम्बेडकर की जयंती के शुभ अवसर पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में ‘डॉ० आंबेडकर और भारतीय संविधान’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन...
ख़बरज़ेर-ए-बहस अंबेडकर के बुद्धगोपाल प्रधानFebruary 4, 2020February 4, 2020 by गोपाल प्रधानFebruary 4, 2020February 4, 202001729 अंबेडकर के बौद्ध बनने के बारे में अक्सर इस सोच के साथ बात होती है मानो अशोक के बौद्ध होने की घटना की पुनरावृत्ति हुई...
ज़ेर-ए-बहसशख्सियत वंचितों और पराधीन लोगों की ओर से बोलने वाले पहले दार्शनिक थे बुद्ध– प्रो. गोपाल प्रधानसमकालीन जनमतDecember 9, 2019 by समकालीन जनमतDecember 9, 201902447 ” जिसे बौद्ध दर्शन का दुःखवाद कहा जाता है उसे अगर सामान्य जीवन के अर्थों में परिभाषित करें तो क्या परिभाषा निकलती है कि दुःख...
ज़ेर-ए-बहससाहित्य-संस्कृति हिंदी का दलित साहित्य: वर्तमान चुनौती और भविष्यगत सम्भावनागोपाल प्रधानOctober 22, 2019October 22, 2019 by गोपाल प्रधानOctober 22, 2019October 22, 201901427 अन्य भाषाओं के बारे में नहीं मालूम लेकिन हिंदी में दलित साहित्य को अपनी जगह बनाने के लिए शायद किसी भी साहित्यिक प्रवृत्ति से अधिक...
कविताजनमत अनिता भारती की कविताओं में अम्बेडकरसमकालीन जनमतApril 14, 2019April 14, 2019 by समकालीन जनमतApril 14, 2019April 14, 201903325 अनिता भारती डॉ. अम्बेडकर एकमात्र ऐसे विश्वस्तरीय चिंतक है जिन्होने परिवार और समाज में स्त्री की स्थिति कैसी हो, इस पर गहन चिंतन-मनन किया। पुरूषों के...
जनमत अहसान नहीं अधिकार चाहिए: स्त्री अधिकार पर डॉ. अंबेडकर के विचारसमकालीन जनमतDecember 7, 2018December 8, 2018 by समकालीन जनमतDecember 7, 2018December 8, 201803793 डॉ. पूर्णिमा मौर्या पिछले दिनों स्त्री स्वधीनता के सन्दर्भ में सुप्रीम कोर्ट ने दंड संहिता की धारा 497 को असंवैधानिक घोषित करते हुए जो फैसला...