साहित्य-संस्कृति कविता युग की नब्ज धरो !समकालीन जनमतJanuary 29, 2024January 29, 2024 by समकालीन जनमतJanuary 29, 2024January 29, 20240416 उषा राय ‘हजार साल पुराना है उनका गुस्सा हजार साल पुरानी है उनकी नफरत मैं तो सिर्फ उनके बिखरे हुए शब्दों को लय और तुक...
शख्सियत अन्याय को खत्म करने के सपनों का कविगोपाल प्रधानJuly 20, 2023July 20, 2023 by गोपाल प्रधानJuly 20, 2023July 20, 20230104 गोरख पांडे की कविता किसी जादू के जोर से प्रत्येक समय में प्रासंगिक हो उठती है । उनकी इस ताकत का रहस्य समय के यथार्थ...
शख्सियत कविता की मुक्ति और मुक्ति की कविताः गोरख पाण्डेय का काव्यप्रणय कृष्णJanuary 29, 2021January 27, 2024 by प्रणय कृष्णJanuary 29, 2021January 27, 202402496 (सन् 2005 में ‘ समय का पहिया ‘ शीर्षक से प्रकाशित गोरख पाण्डेय की चुनिंदा कविताओं के संकलन की भूमिका के रूप में लिखे इस...
मल्टीमीडिया ‘ तू हवा श्रम के सुरुजवा हो, हम किरिनिया तोहार ’समकालीन जनमतMay 3, 2020May 3, 2020 by समकालीन जनमतMay 3, 2020May 3, 202012703 अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर ' कोरस ' की लाइव सांगीतिक प्रस्तुति...
कविता कविता के सोलह दस्तावेज़ : गोरख की भोजपुरी कविताएँमृत्युंजयJanuary 29, 2019January 29, 2019 by मृत्युंजयJanuary 29, 2019January 29, 201902726 गोरख का काव्य-संसार गहन द्वंद्वात्मक है। उसमें 70 के दशक का उद्दाम वेग और 80 के दशक का ठहराव एक साथ है। सधी हुई दिल...
कवितास्मृति गोरख के काव्य में सादगी, अभिधा का सौंदर्य है-चन्द्रेश्वरसमकालीन जनमतJanuary 28, 2019 by समकालीन जनमतJanuary 28, 20194 3100 गोरख पाण्डेय की स्मृति में लखनऊ में कार्यक्रम शीर्षस्थ कथा लेखिका कृष्णा सोबती को श्रद्धांजलि दी गई लखनऊ. हिन्दी कविता की जो सुदीर्घ परम्परा है,...