समकालीन जनमत

Tag : कामिनी

कविता

रूपाली सिन्हा की कविताओं में स्त्री जीवन की नई राह गढ़ती दिखाई पड़ती है

समकालीन जनमत
कामिनी पिछले दिनों आथर्स प्राइड पब्लिकेशन से रूपाली सिन्हा का कविता संग्रह ‘असुविधा के लिए खेद नहीं है’ प्रकाशित हुआ है | इस संग्रह में...
इतिहास

इतिहास में स्त्री: उमा चक्रवर्ती

समकालीन जनमत
स्त्रियां हमारे देश-समाज का एक बड़ा हिस्सा हैं लेकिन इतिहास में उनकी हिस्सेदारी उसी तरह कम है जिस तरह अन्य क्षेत्रों में । इतिहास में...
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