ख़बरसिनेमा ग्रामीण भारत में सिनेमा यात्रासमकालीन जनमतAugust 21, 2019 by समकालीन जनमतAugust 21, 201902999 लगभग 25 साल पहले, श्री जहूर सिद्दीकी ने बागपत जिले के रतौल में अपने पैतृक घर को पड़ोस के बच्चों के लिए एक स्कूल में...
कहानीशख्सियतसाहित्य-संस्कृति प्रेमचंद की याद: संजय जोशीसंजय जोशीJuly 30, 2019July 30, 2019 by संजय जोशीJuly 30, 2019July 30, 201902221 हिंदी भाषा के सबसे बड़े रचनाकार के रूप में आज भी प्रेमचंद की ही मान्यता है. हिंदी गद्य को आधुनिक रूप देकर उसे आम जन...
नाटक थियेटर और कला की जन-सैद्धांतिकी पर संवाद करती जरूरी किताबदुर्गा सिंहMarch 11, 2019March 11, 2019 by दुर्गा सिंहMarch 11, 2019March 11, 201902922 एक कलाकार/रचनाकार जीवन-जगत के क्रिया-व्यापार की पुर्नरचना करता है। हालांकि इस पुर्नरचना के लिए तत्संबंधी शास्त्रों में प्रशिक्षण की बात कही गयी है, यथा प्रतिभा,...
सिनेमा 13 वां गोरखपुर फिल्म फेस्टिवल 19-20 जनवरी कोसमकालीन जनमतJanuary 16, 2019 by समकालीन जनमतJanuary 16, 20195 2692 गोरखपुर. गोरखपुर फिल्म सोसाइटी और जन संस्कृति मंच द्वारा 13वें गोरखपुर फिल्म फेस्टिवल का आयोजन 19-20 जनवरी को सिविल लाइंस स्थित गोकुल अतिथि भवन में...
शख्सियतसाहित्य-संस्कृति जबरदस्त कवि, बड़े सम्पादक, सिनेमा और संगीत के अध्येता, गंभीर पाठक, भाषाओं और यारों के धनी विष्णु खरे की यादसमकालीन जनमतSeptember 26, 2018 by समकालीन जनमतSeptember 26, 20183 2611 अशोक पाण्डे अलविदा विष्णु खरे – 1 जबरदस्त कवि, बड़े सम्पादक, सिनेमा और संगीत के अध्येता, गंभीर पाठक, भाषाओं और यारों के धनी उस आदमी...
शख्सियतस्मृति मेरी तन्हाई का ये अंधा शिगाफ़, ये के सांसों की तरह मेरे साथ चलता रहाउमा रागAugust 1, 2018August 1, 2018 by उमा रागAugust 1, 2018August 1, 20184 2535 मीना कुमारी (1 अगस्त, 1933 – 31 मार्च, 1972) का असली नाम महजबीं बानो था , इनका जन्म मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था. वर्ष 1939...
सिनेमा लस्ट स्टोरीज : अपनी राह तलाशती स्त्रियाँसमकालीन जनमतJuly 11, 2018July 11, 2018 by समकालीन जनमतJuly 11, 2018July 11, 201803096 ‘लस्ट स्टोरीज’ पिछले तीन दशकों में हुए सामाजिक-आर्थिक-राजनीतिक गहमागहमी से बनती गई नयी स्त्री और उसके पुरुष के साथ संबंधों को एक्सप्लोर करती है. यह...
जनमतसिनेमा काला : फ़ासीवाद की पहचान कराती फ़िल्मआशुतोष कुमारJune 15, 2018June 16, 2018 by आशुतोष कुमारJune 15, 2018June 16, 201801635 सुपरस्टार रजनीकांत की जानी पहचानी शैली की फ़िल्म होते हुए भी महज एक कल्ट फ़िल्म नहीं है. यह देश के वर्तमान राजनीतिक माहौल का नाटकीय...
सिनेमा बॉलीवुड के स्टीरियोटाइप को तोड़ती ‘ राज़ी ’जावेद अनीसMay 21, 2018May 21, 2018 by जावेद अनीसMay 21, 2018May 21, 201802844 एक ऐसे दौर में जब राष्ट्रवाद की नयी परिभाषायें गढ़ी जा रही हों और देशभक्ति पर एकाधिकार जताया जा रहा हो तो 'राज़ी' रुपहले परदे...
जनमतसिनेमा राज़ी : नागरिकता और मनुष्यता का अन्तर्द्वन्द्आशुतोष कुमारMay 13, 2018May 13, 2018 by आशुतोष कुमारMay 13, 2018May 13, 201813103 नेशन फर्स्ट भूमण्डलित दुनिया का नया फैशन है। अमरीका से लेकर रूस तक इसी नारे पर चुनाव जीते जा रहे हैं। भारत में भी इन...