व्यंग्य आख़िर क्यों? दी नेशन वॉन्ट्स टू नो!समकालीन जनमतMay 20, 2020May 31, 2020 by समकालीन जनमतMay 20, 2020May 31, 20204 2621 ( एक तरफ़ महामारी और दूसरी तरफ़ सरकारी तंत्र की नाकामी के कारण मानव जीवन की हाड़ कंपा देने वाली ऐसी भयानक बेक़दरी को उसके...
ज़ेर-ए-बहस वे लौट रहे हैं…डॉ रामायन रामMay 12, 2020May 12, 2020 by डॉ रामायन रामMay 12, 2020May 12, 202001925 वे लौट रहे हैं, खुद को घसीटते हुए। अपनी गठरी, मोटरी, बच्चे समेत रेल की पटरियों पर, सड़कों पर, साइकिलों पर, ट्रकों में आलू के...
जनमत कोविड-19 के संकट को सामूहिक प्रतिरोध और सामाजिक बदलाव के अवसर में बदलने की जरूरत दीपंकर भट्टाचार्यMay 6, 2020May 6, 2020 by दीपंकर भट्टाचार्यMay 6, 2020May 6, 20204 2184 मार्क्स पूरी तरह से क्रांतिकारी यथार्थवादी थे। उनके लिए बुनियादी पदार्थ ही यथार्थ था। गति पदार्थ के अस्तित्व का रूप है। उनके चिंतन की जड़ें...
ज़ेर-ए-बहस रोटी, दवा, सुरक्षा जरूरी है या पुष्प वर्षा ?समकालीन जनमतMay 3, 2020May 4, 2020 by समकालीन जनमतMay 3, 2020May 4, 202002511 रीता शर्मा ऐसे समय जबकि हम “कोरोना महामारी” से जूझ रहे हैं और 21 मार्च से लगातार देश बंदी के चलते श्रमिक वर्ग, प्राइवेट नौकरी...
मल्टीमीडिया कोरोना से लड़ें कैसे, बगैर रोटियांसमकालीन जनमतApril 13, 2020April 13, 2020 by समकालीन जनमतApril 13, 2020April 13, 202001131 प्रस्तुति -हिरावल शब्द और स्वर -संतोष झा ...