समकालीन जनमत

Tag : exploitation of labarours in villeges

ज़ेर-ए-बहस

वे लौट रहे हैं…

डॉ रामायन राम
वे लौट रहे हैं, खुद को घसीटते हुए। अपनी गठरी, मोटरी, बच्चे समेत रेल की पटरियों पर, सड़कों पर, साइकिलों पर, ट्रकों में आलू के...
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