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वरिष्ठ नाटककार राजेश कुमार को पाँचवा ‘ कारवां-ए-हबीब सम्मान ‘

नई दिल्ली। वर्ष 2022 के ‘कारवां-ए-हबीब सम्मान‘ से देश के वरिष्ठ नाटककार, रंगकर्मी और एक्टिविस्ट राजेश कुमार को सम्मानित करने की घोषणा हुई है।

प्रसिद्ध रंगकर्मी और निर्देशक हबीब तनवीर की स्मृति में दिया जाने वाला यह बहुप्रतिष्ठित सम्मान पूर्व में क्रमश: अनामिका हक्सर (2018), प्रसन्ना (2019), उषा गांगुली (2020, मरणोपरांत) और राम गोपाल बजाज (2021) को प्रदान किया जा चुका है।

‘कारवां-ए-हबीब’ सम्मान समिति के संयोजक अरविन्द गौड़ ने बताया कि इस वर्ष की चयन समिति में वरिष्ठ नाटय-समीक्षक जयदेव तनेजा, प्रसिद्ध रंगकर्मी और अभिनेता अमिताभ श्रीवास्तव, नया थियेटर के सुप्रसिद्ध अभिनेता रामचन्द्र सिंह, वरिष्ठ रंगकर्मी और निर्देशक बापी बोस, प्रसिद्ध नारीवादी एक्टिविस्ट और स्त्रीकाल पत्रिका के संपादक संजीव चंदन, समकालीन रंगमंच पत्रिका के संपादक और वरिष्ठ रंग-समीक्षक राजेश चन्द्र तथा युवा रंग-निर्देशक एवं समीक्षक ईश्वर शून्य शामिल थे। चयन समिति ने सर्वसम्मति से इस सम्मान के लिये राजेश कुमार के नाम का चयन किया।

राजेश कुमार 1976 से लगातार सांस्कृतिक क्षेत्र में सक्रिय हैं। एक महत्वपूर्ण संगठनकर्ता के रूप में उन्होंने युवा नीति (आरा), दिशा (भागलपुर) और अभिव्यक्ति (शाहजहांपुर) जैसी संस्थाओं को स्थापित-पोषित किया है।

राजेश कुमार ने सत्ता और व्यवस्था से सीधे-सीधे मुठभेड़ करने वाले दर्जनों पूर्णकालिक मंच नाटकों और नुक्कड़ नाटकों से रंगमंच को राजनीतिक चेतना से लैस किया है। उनके बहुचर्चित नाटकों में ‘ गांधी और अम्बेडकर ‘,  ‘ हिन्दू कोड बिल ‘, ‘ मूक नायक ‘, ‘ गांधी ने कहा था ‘, ‘ सत भाषै रैदास ‘, ‘ घर वापसी ‘, ‘ ट्रायल ऑफ़ एरर्स ‘, ‘ मर गया सुखिया भूख से ‘ आदि प्रमुख हैं। ‘ ज़िन्दाबाद-मुर्दाबाद ‘, ‘ रंगा सियार ‘, ‘ जनतंत्र के मुर्गे ‘ और ‘ हमें बोलने दो ‘ जैसे नुक्कड़ नाटकों ने रंगमंच की दो पीढ़ियों को संस्कारित किया है।

‘कारवां-ए-हबीब’ सम्मान समिति के सलाहकार सदस्य के तौर पर वरिष्ठ नाटककार असगर वज़ाहत और सुप्रसिद्ध रंग-निर्देशक और फिल्मकार अनामिका हक्सर ने भी इस वर्ष के सम्मान के लिये नाटककार राजेश कुमार के नाम पर अपनी सहमति जतायी है।

हबीब तनवीर साहब की वैचारिक-सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से रंगमंच सहित साहित्य, संस्कृति, समाज और राजनीति के क्षेत्र में विशिष्ट, जनपक्षधर और समग्र योगदान के लिये प्रतिवर्ष किसी एक व्यक्तित्व को ‘कारवां-ए-हबीब सम्मान‘ प्रदान किया जाता है। यह सम्मान और नाट्योत्सव ‘कारवां-ए-हबीब तनवीर’ और विकल्प साझा मंच की तरफ़ से प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है।

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