आशीष सिंह
मोहनलालगंज ( लखनऊ). आज लखनऊ के मोहनलालगंज तहसील के दर्जनों गांवों के किसानों ने आवारा मवेशियों से हो रही परेशानियों के खिलाफ तहसील पर धरना-प्रदर्शन किया.
हुलास खेड़ा, कुढ़ा, अतरौली,गौरा, कनिकहा, कालू खेड़ा, करोरा, रायभान खेड़ा, गोपाल खेड़ा, कल्ली पश्चिम, खुझौली आदि तहसील की ग्राम सभाओं से ग्रामीण सुबह से आवारा पशुओं को इकट्ठा कर ब्लॉक की तरफ प्रदर्शन हेतु पहुँचे. हालांकि पशुओं को ब्लॉक तक पहुंचने नहीं दिया गया ।
ग्रामीण लगातार हो रही फसलों के नुकसान से हो रही परेशानियों से सरकार को अवगत कराने के लिए एकजुट होकर हजारों की संख्या में मोहनलालगंज ब्लॉक पहुँचे थे।
किसानों को ब्लॉक पर प्रदर्शन से रोका गया
जब किसानों और ग्रामीणों को ब्लॉक पर प्रदर्शन से प्रशासन ने रोका तो प्रदर्शनकारी तहसील पर धरने पर बैठ गए । किसानों ने बताया कि आवारा मवेशियों के कारण पिछ्ली धान की फसल का एक भी दाना घर नहीं आया। सारी फसल मवेशी चर गए । मवेशियों द्वारा चर ली गई फसलों के एवज में किसानों को किसी भी प्रकार के मुआवजे का भी भुगतान नहीं किया जाता। किसानों की चिन्ता है कि धान की फसल की तरह ही गेहूं की फसल भी मवेशियों के कारण बर्बाद हो जाएगी।
क्या है किसानों की माँग ?
किसानों ने प्रशासन और सरकार से माँग की कि सरकार आवारा पशुओं के लिए बाड़े का निर्माण कराए । साथ ही साथ उनका ये भी कहना था कि मवेशियों द्वारा बर्बाद हुई फसलों को भी बीमे के अन्तर्गत लाया जाए ।
अपनी फसल की मवेशियों से रखवाली कर रहे किसानों को भी समाज में व्याप्त उस दहशत से दो चार होना पड़ रहा है जो वर्तमान समय में पशुओं की रक्षा के नाम पर व्याप्त है. ज्ञात हो कि पिछ्ले दिनों पूरे प्रदेश के किसान आवारा मवेशियों से फसलों को हो रहे नुकसान से पीड़ित हैं तथा इस समस्या को लेकर प्रदेश भर के किसानों में रोष व्याप्त है. किसानों और ग्रामीणों के इस प्रदर्शन के अवसर पर स्थानीय नेताओं की भी उपस्थिति रही.
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