समकालीन जनमत
ख़बर

बिहार में आशाओं ने 150 से अधिक स्थानों पर ट्रेन रोकी, भभुआ में 300 गिरफ्तार

पटना. आज पटना सहित पूरे बिहार में सैकड़ों जगहों पर हज़ारों की संख्या में हड़ताली आशा कार्यकर्ताओं ने रेल परिचालन पूरी तरह एक से दो घण्टे के लिये रोक दिया. आशाओं ने पटना में पांच स्थानों पर ट्रेन रोकी. भभुआ में इंटरसिटी एक्सप्रेस को रोक रही करीब 300 आशा कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है . पूरे बिहार में 150 से अधिक स्थानों पर रेलगाड़ियों को रोके जाने की खबर है.

18000 मासिक मजदूरी (मानदेय),  सरकारी कर्मी का दर्जा देने सहित अन्य मांगों पको लेकर आशा संयुक्त संघर्ष मंच का आह्वान पर एक दिसंबर से राज्य में लगभग 90 हज़ार आशा अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. आशा संयुक्त संघर्ष मंच ने  नीतीश – मोदी से मांगों पर चुप्पी तोड़ने व मासिक मानदेय सहित अन्य मांगों को पूरा करने की मांग पर हड़ताल के 27 वें दिन आज राज्यव्यापी रेल रोको आन्दोलन की घोषणा की थी.

राज्यव्यापी रेल रोको के तहत आशा मंच से जुड़े बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ (गोप गुट) की अध्यक्ष शशि यादव, ऐक्टू राज्य सचिव रणविजय कुमार, महासंघ गोप गुट के सम्मानित अध्यक्ष रामबली प्रसाद, बिहार आशा संघ नेता कौशलेंद्र कुमार वर्मा, पूनम, अनिता, संगीता, विभा, अनुराधा आदि नेताओं के नेतृत्व में सैकड़ों आशा कर्मी आज फुलवारी शरीफ पहुंचे और रेलवे पटरी पर प्रदर्शन करने लगे. इस कारण सुबह 9.30 से 10.45 बजे तक दानापुर-राजगीर पैसेंजर ट्रेन प्लेटफार्म नंबर एक पर सवा घण्टे खड़ी रही जिसके कारण दिल्ली हावड़ा रुट की ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह ठहर गया.

आशा कार्यकर्ता संघ (गोप गुट) की अध्यक्ष शशि यादव ने बताया कि आशा कार्यकर्ता संघ से जुड़े आशा कर्मियों ने आज पटना जिला के पांच स्थानों पर रेल रोको को सफल बनाया. उन्होंने दावा किया कि आज पूरे राज्य में 150 से अधिक स्थानों पर महिला आशा के बूते रेल रोको आन्दोलन सफल हुआ जो ऐतिहासिक है. उन्होंने बताया कि पटना के फुलवारी रेलवे स्टेशन पर जिला की आशा नेत्री रेखा, पूनम, अनुराधा, विभा, विमला, पटना साहिब में विद्यालय रसोइया संघ अध्यक्ष सरोज चौबे व राखी मेहता, पुनपुन में संगीता, सुनीता, अनिता, फतुहा, तारेगना रेलवे स्टेशन पर आशा कर्मियों ने घण्टों रेल को रोके रखा.

आशाओं ने ‘ नीतीश मोदी आशा की मांगों पर चुप्पी तोड़ो’ , ‘ महिला सशक्तिकरण का ढोंग करना बंद करो ‘ , ‘ आशा को मानदेय लागू करो ‘, ‘ जो हमसे टकराएगा चूर – चूर हो जाएगा’ , ‘ दम है कितना दमन में तेरे, देख लिया है देखेंगे ‘ का नारा बुलंद किया.

रेल रोको आंदोलन के समर्थन में बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ (ऐक्टू) से जुड़े सैकड़ों रसोइयों ने आज पटना साहिब स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन को सफल बनाया.

आशा नेत्री शशि यादव ,ऐक्टू नेता रणविजय कुमार, महासंघ गोप गुट नेता रामबली प्रसाद , आशा संघ नेता कौशलेंद्र कुमार वर्मा, आशा संघर्ष समिति नेता विश्वनाथ सिंह, प्रमिला देवी ने एक संयुक्त  बयान जारी कर आशा कर्मियों के रेल रोको आंदोलन को ऐतिहासिक बताया. नेताओं ने कहा कि बिहार की ही नही,यह पूरे देश की पहली ऐतिहासिक घटना है जिसमें महिला आशाकर्मियों ने अपने बूते सैकड़ों स्थानों पर रेल रोका है. उन्होंने कहा कि इसके पहले 21 दिसंबर को भी बहादुर महिला आशाओं ने राज्य के 400 स्थानों पर अपने बूते चक्का जाम आंदोलन को सफल बना ऐतिहासिक बनाया था.

शशि यादव ने नीतीश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार हमारी मांगों को शीघ्र नहीं मानती और वार्ता नहीं करती तो राज्य भर की 90 हज़ार आशा सरकार के किसी भी स्वास्थ्य प्रोग्राम को सफल तो नही ही होने देगी बल्कि सरकार के मंत्रियों, विधायको का बिहार में चलना – फिरना भी रोकेगीं.

उन्होंने बताया कि पटना के बाद सबसे अधिक नीतीश कुमार के गृह जिला नालन्दा में रेल रोको आन्दोलन सफल रहा. आशा सुनीता, निर्मला, पूनम, जहानाबाद में आशा सुषमा और सुनीता, आरा में मीना कुशवाहा और रेखा यादव, मुंगेर,लखीसराय ,जमुई ,शेखपुरा,भभुआ में शव्या पांडेय व
संगीता, मंजू और आशा गुप्ता, सासाराम में आशा कार्यकर्ता संघ (गोप गुट) के राज्य महासाचिव विद्यावती पांडेय और कुसुम, गीता संध्या,जमालपुर,सिवान,दरभंगा में आशा कार्यकत्ता संघ नेत्री सविता, विजय लक्ष्मी, रीना, समस्तीपुर में आशा कार्यकर्ता तरनन्नूम फैजी, संगीता संगम,वीणा, बबिता, मुजफ्फरपुर में अनिता शर्मा, कविता, गोपालगंज में सीता और बेबी पांडेय,पूर्वी चंपारण में आशा नेत्री सविता और गीता व पश्चिमी चंपारण में आशा नेत्री प्रतिमा देवी, मीणा देवी, मुन्नी देवी, किशनगंज, मधेपुरा,सहरसा, सुपौल ,खगड़िया में रूबी देवी,मधेपुरा में रेणु यादव और रूपा, कटिहार में आशा नेत्री प्रमिला,सांता,फ़क़ीरन निशाँ, जूही ने ट्रेन रोकी. माले विधायक दल नेता महबूब आलम भी समर्थन में वहां मजूद रहे.

भभुआ में इंटरसिटी एक्सप्रेस को रोक रही करीब 300 आशा कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है.

आशा की अनिश्चितकालीन हड़ताल और आंदोलन को और आगे बढाने की घोषणा करते हुए आशा नेत्री शशि यादव ने बताया कि 29 दिसंबर को राज्य के सभी जिला स्वास्थ्य समिति पर आशा कार्यकर्ता सपरिवार धरना-प्रदर्शन करेगीं. आगामी 2 जनवरी 19 से सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सपरिवार जत्थे वार क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा तथा 8-9 जनवरी को ट्रेड यूनियनों के राष्ट्रीय हड़ताल में पूरी ताकत व बड़ी संख्या में भाग लेते हुए राज्य के सभी जिलाधिकारी कार्यालय का सपरिवार घेराव किया जाएगा.

Related posts

4 comments

Comments are closed.

Fearlessly expressing peoples opinion