साहित्य-संस्कृति चिंताएँ और सरोकार एक से हों तो मिलकर रचते हैं बड़ा कैनवासदीपक सिंहMay 2, 2020May 3, 2020 by दीपक सिंहMay 2, 2020May 3, 202002624 मई दिवस के अवसर पर समकालीन जनमत के फेसबुक पेज द्वारा आयोजित लाइव कार्यक्रमों की तीसरी कड़ी में 1 मई मजदूर दिवस शाम 7 बजे...
कविता दिनेश कुमार शुक्ल ने किया अपनी कविताओं का लाइव पाठदीपक सिंहMay 1, 2020May 3, 2020 by दीपक सिंहMay 1, 2020May 3, 202002517 समकालीन जनमत से मजदूर दिवस के लाइव कार्यक्रम की दूसरी कड़ी में आज 1 मई को सांय 4 बजे से हिन्दी जगत को ‘जाग मेरे...
साहित्य-संस्कृति मजदूर दिवस पर संगवारी थिएटर ग्रुप द्वारा जनगीतों और कविताओं की प्रभावशाली प्रस्तुतिदीपक सिंहMay 1, 2020May 3, 2020 by दीपक सिंहMay 1, 2020May 3, 202002189 पूर्व निधारित कार्यक्रम के अनुसार आज 1 मई को मजदूर दिवस के अवसर पर समकालीन जनमत के फेसबुक पेज से संगवारी थियेटर ग्रुप द्वारा लाइव...
कविता ‘ अजीब समय के नए राजपत्र ’ के विरुद्ध तनकर खड़ी कवितादीपक सिंहDecember 9, 2018December 9, 2018 by दीपक सिंहDecember 9, 2018December 9, 201815086 पंकज चतुर्वेदी बहुत ही संवेदनशील और समय-सजग रचनाकार हैं | उनकी कविताओं से गुजरते हुए जन कवि गोरख पाण्डेय की कविता पंक्तियां बार-बार मन में...
कहानीजनमत नेसार नाज़ की कहानी ‘मीरबाज़ खान’दीपक सिंहAugust 15, 2018August 15, 2018 by दीपक सिंहAugust 15, 2018August 15, 201813706 (नेसार नाज़ कथा साहित्य में बहुत परिचित नाम नहीं है | छत्तीसगढ़ के एक निहायत ही छोटे से कस्बे बैकुंठपुर (जो अब जिला मुख्यालय बन...
जनमत ‘कुछ नॉस्टैल्जिया तो है’ हेमंत कुमार की कहानी ‘रज्जब अली’ मेंदीपक सिंहAugust 14, 2018August 14, 2018 by दीपक सिंहAugust 14, 2018August 14, 201810 1957 (कथाकार हेमंत कुमार की कहानी ‘ रज्जब अली ’ पत्रिका ‘ पल-प्रतिपल ’ में प्रकाशित हुई है. इस कहानी की विषयवस्तु, शिल्प और भाषा को...