समकालीन जनमत

Tag : अंधेरे में

साहित्य-संस्कृति

मजदूर दिवस पर संगवारी थिएटर ग्रुप द्वारा जनगीतों और कविताओं की प्रभावशाली प्रस्तुति

दीपक सिंह
पूर्व निधारित कार्यक्रम के अनुसार आज 1 मई को मजदूर दिवस के अवसर पर समकालीन जनमत के फेसबुक पेज से संगवारी थियेटर ग्रुप द्वारा लाइव...
साहित्य-संस्कृति

मुक्तिबोध आस्था देते हैं मुक्ति नहीं

समकालीन जनमत
प्रियदर्शन मुक्तिबोध और ख़ासकर उनकी कविता ‘अंधेरे में’ पर लिखने की मुश्किलें कई हैं। कुछ का वास्ता मुक्तिबोध के अपने बेहद जटिल काव्य विन्यास से...
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