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रोजगार आंदोलन से जुड़े छात्र इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में आइसा प्रत्याशी का करेंगे समर्थन

इलाहाबाद. लाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में रोजगार आंदोलन से जुड़े छात्र-छात्राएँ आइसा प्रत्याशियों का समर्थन करेंगे.

ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी -शैलेश पासवान, महामंत्री- नीलम सरोज, उपमंत्री -सोनू यादव के समर्थन में कार्यालय पर आयोजित हुई प्रेस वार्ता में यह घोषणा की गई.

प्रेस वार्ता में आइसा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुचेता डे , जेएनयू छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष गीता कुमारी, एसएससी आंदोलन के नेता सुनील यादव व शशांक सिंह, यूपीएसएसएससी के नेता विवेक वर्मा, यूपीएससी- यूपीपीएससी के प्रतियोगी छात्र अजय वर्मा, यूपी पुलिस आंदोलन के नेता मंगला निषाद व माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड समेत सभी आंदोलनों में सक्रिय भागीदारी करने वाले रोजगार मांगे इंडिया से जुड़े आइसा के प्रदेश सचिव सुनील मौर्य ने संबोधित किया।

आइसा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुचेता डे ने कहा कि 2 करोड़ रोजगार का वादा करके आई मोदी सरकार रोजगार देने के बजाय नौकरियां खत्म कर रही है। सरकार रोजगार के नाम पर पकौड़ा बेचो, पान बेचो, पंचर बनाओ का जुमला दे रही है। इसके खिलाफ हम लोगों ने ‘जुमला नहीं- रोजगार दो’ नारे के साथ अभियान चलाया है।

उत्तर प्रदेश के अंदर रोजगार आयोगों में भ्रष्टाचार व पेपर लीक के मामले पिछली सरकारों की अपेक्षा बहुत ही बढ़ गए हैं।

जेएनयू छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष गीता कुमारी ने कहा कि बेटी बचाओ -बेटी पढ़ाओ का हल्ला मचाकर आयी मोदी- योगी सरकार उन्नाव- कठुआ -देवरिया- मुजफ्फरपुर में महिलाओं व बच्चों के साथ रेप व उत्पीड़न करने वालों के पक्ष में ही खड़ी हुई दिखाई दे रही है. बीएचयू के अंदर छात्राओं पर लाठीचार्ज और दमन एक बानगी भर है।एसएससी आंदोलन के नेता सुनील यादव ने कहा कि रोजगार देने की बात तो दूर, सेलेक्ट होने के बावजूद नौकरी ना मिलने से नौजवान आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं।

यूपीपी आंदोलन में सक्रिय मंगला प्रसाद निषाद ने कहा कि सुबह का पेपर शाम को शाम का पेपर सुबह बांटने से हजारों छात्र परेशान हुए। हम लोगों की लड़ाई से सेकंड पाली की परीक्षा रद्द हुई पूरी परीक्षा रद्द कराने के लिए अभी लड़ाई जा रही है।

यूपीएससी यूपीपीएससी आंदोलन से जुड़े अजय वर्मा ने कहा कि सरकार लगातार नौकरियों में कटौती कर रही है और लेटरल इंट्री द्वारा कारपोरेट घरानों को नौकरशाही में प्रवेश करा रही है जो कतई उचित नहीं है।

रोजगार मांगे इंडिया से जुड़े आइसा के प्रदेश सचिव सुनील मौर्य ने कहा कि छात्रसंघ एबीवीपी व सपा का ही बनता रहा है लेकिन ये लोग कभी भी प्रतियोगी छात्रों के सवाल पर मजबूती से आंदोलन नहीं चलाए। छात्र सड़क पर लाठियां खाते रहे, आमरण अनशन करते रहे लेकिन छात्रसंघ के पदाधिकारी एमपी एमएलए के टिकट के लिए पार्टी नेताओं के इशारे पर नाचते रहे।

प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सभी ने कहा कि इस बार छात्रसंघ चुनाव में आइसा पैनल को पूरा समर्थन प्रतियोगी छात्रों की तरफ से रहेगा क्योंकि आइसा ने रोजगार के सवालों पर चल रहे आंदोलन का ना सिर्फ समर्थन किया बल्कि सक्रिय सहयोग दिया। उन्होंने अध्यक्ष पद के लिए शैलेश पासवान महामंत्री के लिए नीलम सरोज उपमंत्री के लिए सोनू यादव सांस्कृतिक सचिव के लिए एसएफआई के साथी शिवम मौर्य को वोट व सपोर्ट करने की अपील की।

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