लखनऊ. अलीगढ़ समेत पूरे प्रदेश में बच्चियों और महिलाओं पर बढ़ रही हिंसा व बलात्कार की घटनाओं के सवाल पर प्रदेश के मुख्य महिला संगठनों , सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठनों तथा सामाजिक कार्यकर्ताओ ने जीपीओ स्थित ग़ांधी प्रतिमा पर धरना दिया.
धरनास्थल पर हुई सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि अलीगढ़ में हुई मासूम की निर्मम हत्या ने हम सबको विचलित कर दिया है । हम अभी इस सदमे से उबर भी नही पाए थे कि हमीरपुर, जालौन समेत प्रदेश के तमाम जिलों से आ रही ऐसी ही रपटों ने हमें झकझोर कर रख दिया है ।
वक्ताओं ने सरकार के तमाम दावों पर सवाल खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि सच्चाई यह है कि घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रहीं हैं और अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
वक्ताओं ने उन ताकतों के खिलाफ लोगों को आगाह किया जो ऐसे मामलों को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं और उनके खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई की मांग किया।
महिला नेताओं ने मांग किया कि बच्चों के खिलाफ बढ़ती हिंसा पर रोक के लिए ठोस उपाय किये जाय। लापता बच्चों की रिपोर्ट अविलंब दर्ज हो।पोस्को के लिए स्पेशल कोर्ट गठित हो, समय सीमा में चार्जशीट दाखिल हो। जाति मजहब के आधार पर अपराध को देखने वालों और तनाव फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
विरोध कार्यक्रम में शामिल लोगों में प्रमुख थे-एडवा की प्रदेश अध्यक्ष मधु गर्ग जी ,महिला फेडरेशन की प्रदेश अध्यक्ष आशा मिश्रा जी , एपवा से मीना सिंह ,इप्टा से राकेश वेदा जी , जसम से कौशल किशोर जी , सामाजिक कार्यकर्ता नाइस हसन जी ,विमल किशोर जी , शशि मिश्रा जी आइसा के प्रदेश सचिव शिवा रजवार ,नितिन राज , आरवाईए से राजीव गुप्ता जी आदि शामिल रहे।