समकालीन जनमत

Month : April 2023

कविता

आनंद बहादुर की कविताएँ जीवन की अंतर्यात्रा को उकेरती हैं

समकालीन जनमत
विनय सौरभ   नहीं होने ने जो थोड़ी सी जगह खाली की है वह मैं हूँ एक दिन नहीं होना किसी जगह से आएगा और...
जनमत

आलोचना की विश्वसनीयता की चिंता करने वाले लेखक थे रामनिहाल गुंजन

रामनिहाल गुंजन स्मृति आयोजन रेडक्रॉस सभागार, आरा में 22 अप्रैल 2023 को जन संस्कृति मंच की ओर से जसम बिहार के पूर्व अध्यक्ष कवि-आलोचक रामनिहाल...
कविता

पुरू मालव की कविताएँ एक आत्मीय आग्रह के साथ बड़े सवालों पर बात करती हैं

समकालीन जनमत
निरंजन श्रोत्रिय   युवा कवि पुरू मालव की आसान-सी दिखने वाली ये कविताएँ हमारे भीतर एक फोर्स के साथ खुलती हैं। वह चाहे विस्थापन का...
स्मृति

नक्सलबाड़ी विद्रोह, भोजपुर आंदोलन और कवि-आलोचक रामनिहाल गुंजन

सुधीर सुमन
  (पहले स्मृति दिवस पर) रामनिहाल गुंजन के पूर्वज पटना जिले के बिहटा थाने के भरतपुरा गांव से आकर आरा में बसे थे। गांव में...
ख़बर

“ जाति और वर्ण व्यवस्था सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का आधार ”

समकालीन जनमत
लखनऊ। अंबेडकर जयंती के मौके पर 16 अप्रैल को जन संस्कृति मंच की ओर से ‘सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और सामाजिक न्याय आंदोलन’ विषय पर यूपी प्रेस...
कविता

मोहन कुमार डहेरिया की कविताएँ व्यक्तिगत और सामूहिक अभिव्यक्ति को सशक्त और बेचैन होकर ज़ाहिर करती हैं

समकालीन जनमत
पीयूष कुमार आत्मा के पेड़ पर बैठा कवि मोहन कुमार डहेरिया की कविताओं में मनुष्यविरोधी समय का अतियथार्थ अपनी विकलताओं और भावसघनाओं के साथ आता...
जनमत

पत्रकार डॉ भीमराव अम्बेडकर

पीयूष कुमार बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर एक विद्वान अर्थशास्त्री, विधिवेत्ता, समाजसुधारक, राजनीतिज्ञ और लेखक होने के साथ एक सफल पत्रकार एवं प्रभावी सम्पादक भी...
ज़ेर-ए-बहस

इतिहास, साम्प्रदायिकता, विभाजन और डॉ. अम्बेडकर

डॉ रामायन राम
यह एक सर्वमान्य विचार है, कि भारत में साम्प्रदायिकता ब्रिटिश उपनिवेशवाद की विभेदकारी नीतियों का परिणाम है। औपनिवेशिक काल में भारतीय जनता की एकता को...
ख़बर

मोदी सरकार का अमृतकाल स्थायी आपातकाल का ही दूसरा नाम : दीपंकर भट्टाचार्य

नैनीताल। भाकपा माले की उत्तराखण्ड राज्य कमेटी द्वारा 10 अप्रैल को नैनीताल में “वर्तमान समय में लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियां” विषय पर व्याख्यान का आयोजन नैनीताल...
ज़ेर-ए-बहस

स्तंभकार के रूप में आरएसएस-भाजपा के नेता

समकालीन जनमत
अजाज़ अशरफ (वरिष्ठ पत्रकार अजाज़ अशरफ का यह लेख मिड डे में प्रकाशित हुआ है। समकालीन जनमत के पाठकों के लिए इसका हिंदी अनुवाद इन्द्रेश...
ख़बर

जन एकता और जन कार्रवाई से फासीवाद को जवाब दें : दीपंकर भट्टाचार्य

समकालीन जनमत
लखनऊ। “ भारतीय आजादी ने नागरिकों को अधिकार संपन्न बनाया लेकिन मोदी राज में मात्र कर्तव्य की बात हो रही है। हम अधिकारों के हनन...
साहित्य-संस्कृति

गज़लें लोकतांत्रिक मूल्यों के पक्ष में खड़ी हैं – डॉ जीवन सिंह

समकालीन जनमत
लखनऊ। जन संस्कृति मंच के सहयोग से ‘रेवान्त’ पत्रिका की ओर से चर्चित जनवादी गजलकार डी एम मिश्र (सुल्तानपुर) के नवीनतम ग़ज़ल संग्रह ‘समकाल की...
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