साहित्य-संस्कृति भोजली : मित्रता और प्रकृति के प्रति समर्पण की मिसालसमकालीन जनमतSeptember 1, 2023September 1, 2023 by समकालीन जनमतSeptember 1, 2023September 1, 20230173 पीयूष कुमार लोकसंस्कृति के मूल में प्रकृति के प्रति कृतज्ञता और उसके मानवीय एकीकरण की भावना की जलधारसंचरित रहती है। छत्तीसगढ़ में इसी तरह का...
शख्सियत रामनिहाल गुंजन: शब्द संस्कृति के साधककौशल किशोरNovember 9, 2022November 9, 2022 by कौशल किशोरNovember 9, 2022November 9, 20220149 जन्मदिवस (9 नवंबर) पर (रामनिहाल गुंजन : जन्म – 9 नवम्बर 1936 , मृत्यु – 19 अप्रैल 2022) वरिष्ठ आलोचक रामनिहाल गुंजन का आज 86...
ये चिराग जल रहे हैं जिज्ञासु : ‘ अचल ’ की परम्परा के वाहकनवीन जोशीMay 16, 2020May 18, 2020 by नवीन जोशीMay 16, 2020May 18, 20204 3173 ( वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक नवीन जोशी के प्रकाशित-अप्रकाशित संस्मरणों की श्रृंखला ‘ये चिराग जल रहे हैं’ की चौथी क़िस्त में प्रस्तुत है कुमाऊंनी भाषा ...
साहित्य-संस्कृति वर्ष 2018 का ‘वारियर एल्विन सम्मान’ पोस्तोबाला कोसमकालीन जनमतNovember 24, 2018November 24, 2018 by समकालीन जनमतNovember 24, 2018November 24, 201812464 लोककला एवं संस्कृति में महत्वपूर्ण योगदान के लिए 'दुनिया इन दिनों' पत्रिका द्वारा दिया जाने वाला प्रसिद्ध 'वारियर एल्विन सम्मान' वर्ष 2018 के लिए पश्चिम...