साहित्य-संस्कृति ‘ शैक्षिक दखल ’ का ‘मेरे जीवन में पुस्तकालय ’ : पुस्तकालयों से आत्मीय संवादसमकालीन जनमतJanuary 16, 2023January 16, 2023 by समकालीन जनमतJanuary 16, 2023January 16, 2023064 पवन चौहान ‘शैक्षिक दखल’-उस पत्रिका का नाम है जो शिक्षा से जुड़े मुद्दों पर बहुत ही सुंदर तरीके के साथ बेबाकी से बात करती है।...
जनमत एक पहिए की कहानीसमकालीन जनमतJuly 3, 2022July 3, 2022 by समकालीन जनमतJuly 3, 2022July 3, 2022026 रिया (ध्यान से पढ़ेंगे तो आप चकित होंगे और इस जगह के बारे में जानना चाहेंगे जहां के बच्चों ने इतनी सुंदर भाषा अर्जित की...
साहित्य-संस्कृति जनचेतना की मशाल ‘विप्लवी पुस्तकालय गोदरगावां’ साहित्यिक तीर्थस्थल हैकौशल किशोरDecember 1, 2021December 12, 2021 by कौशल किशोरDecember 1, 2021December 12, 2021049 फणीश्वर नाथ रेणु ने कहा था कि भारत के सामाजिक जीवन को जानना है तो लेखकों को गांवों की ओर जाना चाहिए। जन संस्कृति मंच,...
पुस्तक अछरिया हमरा के भावेलेगोपाल प्रधानApril 26, 2020April 30, 2020 by गोपाल प्रधानApril 26, 2020April 30, 202003536 पुस्तकालय केवल कोई इमारत नहीं होता बल्कि सम्पूर्ण सामाजिक ढांचा होता है। किताब में जो जानकारी कूटबद्ध होती है उसे हासिल करने के जरिए हम...
ख़बरसाहित्य-संस्कृति इंसानी गरिमा और मानवीय संस्कृति को बचाना है तो तार्किक समाज का सपना देखना होगासमकालीन जनमतJanuary 4, 2019January 5, 2019 by समकालीन जनमतJanuary 4, 2019January 5, 201902288 ममता सिंह 3 जनवरी को अग्रेसर अमेठी में सावित्री बाई फुले पुस्तकालय के पहले स्थापना समारोह में अपनी बात रखते हुए डॉ. राधेश्याम सिंह ने...