पुस्तक संस्थाओं की स्वायत्तता और लोकतंत्रगोपाल प्रधानDecember 11, 2022December 11, 2022 by गोपाल प्रधानDecember 11, 2022December 11, 20220119 सभी जानते हैं कि हमारे देश में जो भी लोकतंत्र है उसके पीछे संस्थाओं की स्वायत्तता की प्रमुख भूमिका है । न केवल न्यायपालिका, कार्यपालिका...
जनमत न्यायपालिका से जुड़ी कुछ चिन्ताएंरवि भूषणMarch 8, 2020March 8, 2020 by रवि भूषणMarch 8, 2020March 8, 202001795 कुछ समय से न्यायपालिका को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकीलों में कुछ अधिक चिंताएं देखने-सुनने को मिल रही है । यह घटने के बजाय...
ज़ेर-ए-बहस सीएए-एनपीआर-एनआरसी के विरोध में लेखकों और कलाकारों के अखिल भारतीय कन्वेंशन “हम देखेंगे” में अरुंधति रॉय का बयानसमकालीन जनमतMarch 1, 2020March 1, 2020 by समकालीन जनमतMarch 1, 2020March 1, 202003474 1 मार्च, 2020 प्यारे दोस्तों, साथियों, लेखकों और फ़नकारों ! यह जगह जहाँ हम आज इकठ्ठा हुए है, उस जगह से कुछ ज़्यादा फ़ासले पर...
ज़ेर-ए-बहस न्यायपालिका से जुड़े कुछ अहम सवालरवि भूषणDecember 28, 2018December 28, 2018 by रवि भूषणDecember 28, 2018December 28, 20184 3450 कार्यपालिका और व्यवस्थापिका के अतिरिक्त न्यायपालिका लोकतंत्र का एक प्रमुख अंग है। न्यायपालिका का मुख्य कार्य सबको समान रूप से न्याय प्रदान करना है जो...
जनमत संविधान बचेगा, तभी देश भी बचेगारवि भूषणDecember 1, 2018December 1, 2018 by रवि भूषणDecember 1, 2018December 1, 20183 2644 25 नवम्बर 1949 को अम्बेडकर ने संविधान सभा में अन्तिम बार अपना भाषण, समापन भाषण दिया था जिसमें उन्होंने कई ऐसी बातें कही थीं, जो...