स्मृति नंदकिशोर नवल : हिन्दी आलोचना की एक असमाप्त यात्रा आशुतोष कुमारMay 15, 2020May 15, 2020 by आशुतोष कुमारMay 15, 2020May 15, 2020220 9126 नवल जी हिन्दी की साहित्यिक सम्वेदना और सुरुचि को उत्पीडित साधारण-जन के संघर्ष की जरूरतों के मुताबिक़ ढालने वाले आलोचकों में अग्रणी रहे हैं. संघर्ष...
ख़बरशख्सियतसाहित्य-संस्कृति हिंदी के अभिमान की विदाईसमकालीन जनमतFebruary 20, 2019 by समकालीन जनमतFebruary 20, 201902952 (हिन्दी के सुपरिचित युवा कवि और आलोचक पंकज चतुर्वेदी की तरफ से नामवर सिंह को श्रद्धांजलि ।) आज सुबह यह मालूम होते ही कि डॉक्टर...
ख़बरशख्सियतसाहित्य-संस्कृति भय, दिग्विजय और नामवरीय ‘विडंबना’आशुतोष कुमारFebruary 20, 2019February 20, 2019 by आशुतोष कुमारFebruary 20, 2019February 20, 20195 3221 (हिन्दी आलोचना के शिखर पुरुष नामवर सिंह नहीं रहे । उन्हें समकालीन जनमत की तरफ से विनम्र श्रद्धांजलि ।) यह एक ऐसा प्रसंग है, जिससे...