सिनेमा कीचड़ में खिल रहे गुलाब की कहानी जहाँ दिमाग को दिल में घोलकर प्रेम किया गयापंकज पाण्डेयMay 30, 2020May 31, 2020 by पंकज पाण्डेयMay 30, 2020May 31, 20202 1982 एक डॉक्टर की मौत (1990) :- कीचड़ में खिल रहे गुलाब की कहानी जहाँ दिमाग को दिल में घोलकर प्रेम किया गया . निर्देशक– तपन...
सिनेमा सामंती और पूँजीवादी शोषण के अंतर्संबंधों की पड़ताल करती ‘पार’मुकेश आनंदMay 28, 2020May 30, 2020 by मुकेश आनंदMay 28, 2020May 30, 202002081 (महत्वपूर्ण राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय फिल्मों पर टिप्पणी के क्रम में आज प्रस्तुत है मशहूर निर्देशक गौतम घोष की पार । समकालीन जनमत केेे लिए मुकेश आनंद द्वारा...
जनमतशख्सियतसिनेमा ‘अपनी तारीख़ का उन्वान बदलना है तुझे’समकालीन जनमतSeptember 18, 2019September 18, 2019 by समकालीन जनमतSeptember 18, 2019September 18, 201901689 गीतेश सिंह फ़िल्म, टेलीविजन और थिएटर की जानी मानी अभिनेत्री और अनेक अन्तर्राष्ट्रीय फिल्मों में काम कर चुकी शबाना आज़मी का आज जन्म दिन है...