जनमत सुनियोजित ढंग से निर्मित किये जा रहे आख्यान का भाग है कंगना रनौत का वक्तव्यराम पुनियानीNovember 20, 2021November 20, 2021 by राम पुनियानीNovember 20, 2021November 20, 2021060 बात सिर्फ कंगना की अज्ञानता तक सीमित नहीं है. उनका वक्तव्य उस नए आख्यान का भाग है जिसे पिछले कई दशकों से सुनियोजित ढंग से...
ज़ेर-ए-बहस संघ-सावरकर तथा भगत सिंह के राष्ट्रवाद के बीच का अंतर्विरोध और लोकतंत्र का वर्तमान संघर्ष- दोजयप्रकाश नारायण November 16, 2021July 11, 2023 by जयप्रकाश नारायण November 16, 2021July 11, 2023037 जयप्रकाश नारायण भारत विभाजन और 1947 की आजादी के बाद भारत में घटित होने वाली सभी घटनाओं और उसके चरित्र को देखने के नजरिए में...
ज़ेर-ए-बहस संघ-सावरकर तथा भगत सिंह के राष्ट्रवाद के बीच का अंतर्विरोध और लोकतंत्र का वर्तमान संघर्ष- एकसमकालीन जनमतNovember 16, 2021November 17, 2021 by समकालीन जनमतNovember 16, 2021November 17, 2021034 जयप्रकाश नारायण भारत की अवधारणा, संविधान द्वारा निर्देशित भारतीय राष्ट्र-राज्य की अवधारणा से संघ-नीत भाजपा सरकार का टकराव सीधे-सीधे सामने आ गया है। इन अर्थों...
ज़ेर-ए-बहस तेज बहादुर का समर्थन क्यों ?अवधेश त्रिपाठीApril 30, 2019April 30, 2019 by अवधेश त्रिपाठीApril 30, 2019April 30, 20196 1130 बनारस में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ पहले ही मैदान में उतर चुके बीएसएफ से बर्खास्त तेज बहादुर यादव को कल गठबंधन ने अपना प्रत्याशी बना...
ज़ेर-ए-बहस ब्रेनवॉश जनता पार्टी का घोषणापत्र-रोज़गार की बात नहीं, राष्ट्रवाद ही राष्ट्रवाद हैरवीश कुमारApril 9, 2019April 9, 2019 by रवीश कुमारApril 9, 2019April 9, 201903612 बीजेपी के घोषणापत्र में सरकारी नौकरियों पर एक शब्द नहीं है। तब भी नहीं जब कांग्रेस और सपा ने एक साल में एक लाख से...
ज़ेर-ए-बहस राष्ट्रवाद या देशभक्ति को जनता के बीच समानता और रोजगार के सवाल से काटकर नहीं देखा जा सकतासमकालीन जनमतMarch 28, 2019 by समकालीन जनमतMarch 28, 201903094 सुजीत कुमार आरा में ‘ देशभक्ति और राष्ट्रवाद : वतर्मान संदर्भ ‘ पर विचार गोष्ठी आरा ( बिहार ). नारायण उत्सव भवन, पकड़ी, आरा में...
साहित्य-संस्कृतिस्मृति प्रेमचंद ने राष्ट्रवाद की अवधारणा के फासीवादी चरित्र को काफी पहले ही देख लिया था : प्रो. रविभूषणसमकालीन जनमतAugust 1, 2018 by समकालीन जनमतAugust 1, 20184 2737 प्रेमचंद ने आज से काफी पहले ही आवारा पूंजी के ग्लोबल चरित्र और उसके साम्राज्यवादी गठजोड़ की शिनाख्त कर ली थी . उन्होंने राष्ट्रवाद की...
सिनेमा बॉलीवुड के स्टीरियोटाइप को तोड़ती ‘ राज़ी ’जावेद अनीसMay 21, 2018May 21, 2018 by जावेद अनीसMay 21, 2018May 21, 201802844 एक ऐसे दौर में जब राष्ट्रवाद की नयी परिभाषायें गढ़ी जा रही हों और देशभक्ति पर एकाधिकार जताया जा रहा हो तो 'राज़ी' रुपहले परदे...
जनमतसिनेमा राज़ी : नागरिकता और मनुष्यता का अन्तर्द्वन्द्आशुतोष कुमारMay 13, 2018May 13, 2018 by आशुतोष कुमारMay 13, 2018May 13, 201813103 नेशन फर्स्ट भूमण्डलित दुनिया का नया फैशन है। अमरीका से लेकर रूस तक इसी नारे पर चुनाव जीते जा रहे हैं। भारत में भी इन...