कविता मनीष आज़ाद की कविताएँ क्रांति की कामना को बचाए रखती हैंसमकालीन जनमतJune 19, 2022June 19, 2022 by समकालीन जनमतJune 19, 2022June 19, 20220159 प्रियदर्शन मूलतः अपनी सामाजिक सक्रियता और मानवाधिकारों के पक्ष में अपनी लड़ाई की वजह से सत्ता की आंखों की किरकिरी बने और जेल तक जा...
पुस्तक रिक्त स्थान और अन्य कविताएँ: इन कविताओं से गुज़रते हुए प्रेम और कोमलता की बहुत सारी तहों से हमारा साबिका पड़ता हैसमकालीन जनमतJanuary 9, 2022January 9, 2022 by समकालीन जनमतJanuary 9, 2022January 9, 2022053 प्रियदर्शन ऐसी कई किताबें हैं जिन पर पिछले दिनों लिखने की इच्छा होती रही लेकिन लिखना टलता रहा। शिवप्रसाद जोशी का कविता संग्रह ‘रिक्त स्थान...
स्मृति अरुण पाण्डेय को इस तरह नहीं जाना थासमकालीन जनमतMay 5, 2021May 5, 2021 by समकालीन जनमतMay 5, 2021May 5, 202101080 प्रियदर्शन अरुण पाण्डेय के कोविडग्रस्त होने और ठीक हो जाने की सूचना मुझे थी। मंगलवार सुबह उनकी पत्नी पुतुल से बात भी हुई- उन्होंने बताया...
पुस्तक ‘चंचला चोर’ की तलाश उर्फ़ एक सभ्यता की चीरफाड़समकालीन जनमतJuly 24, 2020July 24, 2020 by समकालीन जनमतJuly 24, 2020July 24, 202003570 प्रियदर्शन उपन्यास की शुरुआत एक लड़के के ज़िक्र से होती है जिसे महीना नहीं आता। आलोचक अचानक सतर्क हो जाता है कि या तो यह...
जनमतज़ेर-ए-बहस जम्मू-कश्मीर और ‘नफ़रत का महोत्सव’समकालीन जनमतAugust 6, 2019August 6, 2019 by समकालीन जनमतAugust 6, 2019August 6, 20194 2024 प्रियदर्शन जम्मू-कश्मीर से जुड़े केंद्र सरकार के ताज़ा फ़ैसलों पर सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया देखिए तो लगेगा कि हिंदुस्तान ने जैसे जम्मू-कश्मीर पर कोई जीत...
जनमत सभ्यता का परदा हटातीं हैं आर. चेतन क्रांति की कवितायेँउमा रागJuly 22, 2018July 22, 2018 by उमा रागJuly 22, 2018July 22, 201803561 2004 में आए अपने पहले कविता संग्रह ‘शोकनाच’ के साथ आर चेतन क्रांति ने इक्कीसवीं सदी की दुनिया के पेच शायद सबसे करीने से पकड़े।...