साहित्य-संस्कृति निराला का वैचारिक लेखनः राष्ट्र निर्माण और हिंदू-मुस्लिम एकता का सवालदुर्गा सिंहDecember 23, 2023December 28, 2023 by दुर्गा सिंहDecember 23, 2023December 28, 20230501 निराला ने रचनात्मक साहित्य के साथ साहित्यिक पत्रकारिता भी की है। अपने समय में प्रेमचंद के अलावा निराला ही थे, जो रचनात्मक साहित्य और साहित्यिक...
कहानी श्रीमती गजानंद शास्त्रिणी: पितृसत्ता, जमींदारी और स्त्रीदुर्गा सिंहDecember 22, 2021December 23, 2021 by दुर्गा सिंहDecember 22, 2021December 23, 2021067 निराला ने समाज में स्त्रियों की स्थिति पर कई कहानियाँ लिखी हैं। सभी स्त्रियाँ विचार और चेतना तथा सामाजिक रुप से एक ही स्तर पर...
कहानीसाहित्य-संस्कृति श्यामा: औपनिवेशिक भूमि-व्यवस्था, वर्णवाद के बीच अंतरजातीय प्रेम की कहानीदुर्गा सिंहNovember 17, 2021November 20, 2021 by दुर्गा सिंहNovember 17, 2021November 20, 20210253 निराला की कहानी ‘श्यामा’, हिंदी की एक महत्वपूर्ण कहानी है। यह कहानी एक ब्राह्मण लड़के और लोध जाति की लड़की के प्रेम की कहानी है।...
साहित्य-संस्कृति नागार्जुन की आलोचनागोपाल प्रधानJune 30, 2021July 1, 2021 by गोपाल प्रधानJune 30, 2021July 1, 202101315 नागार्जुन कवि थे, उपन्यासकार थे। थोड़ा ध्यान देकर देखें तो अनुवादक भी थे। लेकिन आलोचक ? और वह भी तब जब खुद उन्होंने आलोचक के...
पुस्तक चोटी की पकड़ः देशी सत्ता-संस्कृति, औपनिवेशिक नीति और स्वदेशी आन्दोलन की अनूठी कथादुर्गा सिंहMay 1, 2021May 1, 2021 by दुर्गा सिंहMay 1, 2021May 1, 202101528 चोटी की पकड़ निराला का महत्वपूर्ण उपन्यास है। यह उपन्यास 1946 ईस्वी में किताब महल, इलाहाबाद से प्रकाशित हुआ था। हालांकि इसे लिखकर पूरा करने...
जनमतसाहित्य-संस्कृति निराला की कहानियाँ- आधुनिक बोध, प्रगतिशीलता व स्वाधीन चेतना की प्रबल अभिव्यक्तिसमकालीन जनमतFebruary 10, 2019February 10, 2019 by समकालीन जनमतFebruary 10, 2019February 10, 201913274 दुर्गा सिंह निराला के कहानी लेखन का समय 1920 ई के बाद का है। लेकिन पहली ही कहानी में आधुनिक बोध, प्रगतिशीलता व स्वाधीन चेतना...