साहित्य-संस्कृति खनकने लगी हैं गुल की मोहरेंसमकालीन जनमतMay 5, 2023 by समकालीन जनमतMay 5, 20230119 पीयूष कुमार फिर से दिन आ गए खिल के खिलखिलाते गुलमोहर के। वसंत की अगवानी में सेमल और पलाश की ललाई कम हो गयी थी...
साहित्य-संस्कृति केस हिस्ट्री: मुश्ताक़ अहमद यूसुफ़ीसमकालीन जनमतOctober 19, 2020October 19, 2020 by समकालीन जनमतOctober 19, 2020October 19, 202002373 यह “निबंध-नुमा भाषण या भाषण-नुमा निबंध” मुश्ताक़ अहमद यूसुफ़ी की अंतिम रचना “शाम-ए-शेर-ए-याराँ” से लिया गया है। इसे उन्होंने ‘पाकिस्तान सोसाइटी ऑफ़ फ़िज़ीशियंस’ के वार्षिक...
शख्सियतसाहित्य-संस्कृति पूर्वांचल के जातीय कथाकार हैं विवेकी रायसमकालीन जनमतNovember 24, 2018December 2, 2018 by समकालीन जनमतNovember 24, 2018December 2, 20187 3386 (कथाकार विवेकी राय का जन्मदिन 19 नवम्बर को और पुण्यतिथि 22 नवंबर को होती है । विवेकी राय की स्मृति में प्रस्तुत है युवा आलोचक...