ख़बर छोटी नदियों की दुर्दशा पर कुम्भ में उठी आवाज, मशाल जुलूस निकलासमकालीन जनमतFebruary 9, 2019 by समकालीन जनमतFebruary 9, 201901314 इलाहाबाद. प्रदूषण, शोषण और अतिक्रमण से छोटी नदियो को बचाने हेतु जल विरादरी से जुड़े लोगों और संगठनों ने कुम्भ मेला में आवाज उठाई ....
शख्सियतसाहित्य-संस्कृति वीरेन दा की याद: ‘नदी’ कविता के बहाने सेसमकालीन जनमतAugust 5, 2018August 5, 2018 by समकालीन जनमतAugust 5, 2018August 5, 201801910 शिव प्रकाश त्रिपाठी “ लंबे और सुरीले नहीं थे मेरे गान मेरी सांसे छोटी थी पर जब भी गाए मैंने बसंत के ही गान गाए...
कवितासाहित्य-संस्कृति प्रदीप कुमार सिंह की कविताएँ : विह्वल करने से ज़्यादा विचार-विकल करती हैंउमा रागMay 13, 2018May 13, 2018 by उमा रागMay 13, 2018May 13, 201812656 नदी समुद्र में जाकर गिरती है, यह तो सब जानते हैं. लेकिन यह सच्चाई तो प्रदीप की कविता को पता है कि नदी अपना दुःख...