शख्सियतसाहित्य-संस्कृति वीरेन दा की याद: ‘नदी’ कविता के बहाने सेसमकालीन जनमतAugust 5, 2018August 5, 2018 by समकालीन जनमतAugust 5, 2018August 5, 201801908 शिव प्रकाश त्रिपाठी “ लंबे और सुरीले नहीं थे मेरे गान मेरी सांसे छोटी थी पर जब भी गाए मैंने बसंत के ही गान गाए...
स्मृति जलियांवाला बाग नरसंहार को याद रखना ज़रूरी है ताकि सनद रहे! : प्रो. चमनलालउमा रागApril 13, 2018April 13, 2018 by उमा रागApril 13, 2018April 13, 201804510 आज से 99 साल पहले इसी दिन पंजाब के अमृतसर शहर में एक ऐसी घटना हुई जो राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में एक लोकगाथा बन गई...