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69000 शिक्षक भर्ती में भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ न्याय मोर्चा का परीक्षा नियामक प्राधिकारी पर प्रदर्शन 

प्रयागराज. 69000 शिक्षक भर्ती में भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ न्याय मोर्चा से जुड़े छात्रों ने आज परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी ) पर प्रदर्शन किया. शारीरिक दूरी का पालन करते हुए छात्रों ने प्रदर्शन के दौरान ‘ शिक्षक भर्ती परीक्षा रद्द करो ‘, ‘भर्ती में हुयी भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच कराओ ‘, भ्रष्टाचार में लिप्त दोषियों को गिरफ़्तार करो’, ‘ भ्रष्टाचार के जिम्मेदार शिक्षा मंत्री इस्तीफ़ा दो ‘, ‘ बहुत हो रहा भ्रष्टाचार -चुप क्यों बैठे चौकीदार ‘, ‘भर्ती नहीं भ्रष्टाचार है, तानाशाही सरकार है’, ‘उ.प्र. की बड़ी महामारी – परीक्षा से पहले आंसर की जारी, ‘ भ्रष्टाचार नहीं रोजगार चाहिए, एक करोड़ का हिसाब चाहिए’, नारे लगाए .

पीएनपी पर हुए प्रदर्शन में शामिल छात्रों ने 69000 शिक्षक भर्ती परीक्षा में व्यापक भ्रष्टाचार को देखते हुए भर्ती परीक्षा रद्द करने, पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने, भ्रष्टाचार में लिप्त दोषियों को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा देने, परीक्षा में व्यापक अनियमितता और भ्रष्टाचार के जिम्मेदार पीएनपी सचिव व बेसिक शिक्षा मंत्री के इस्तीफा की मांग की.

न्याय मोर्चा उत्तर प्रदेश के संयोजक सुनील मौर्य ने पीएनपी पर उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि 69000 शिक्षक भर्ती परीक्षा में भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं और कुछ आरोपियों की गिरफ़्तारी भी हुयी है. इससे सरकार कटघरे में खड़ी हो गई और जांच तेज़ करने के नाम पर मामला एसटीएफ को सौंप दिया गया. जांच जारी है लेकिन आरोपियों को पकड़ने में सरकार नाकाम साबित हो रही है.

उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार खत्म करने के नाम पर सत्ता में आई और अभी भी भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करती है लेकिन 69000 शिक्षक भर्ती में भ्रष्टाचार के मामले पर मौन साध रखा है. जब परीक्षा से पूर्व ही आंसर की वायरल हो गई थी तब इस भर्ती परीक्षा का मतलब ही खत्म हो जाता है. लिहाजा इस भर्ती को तत्काल रद्द कर देना चाहिए था.

न्याय मोर्चा से जुड़े रोहित पाल व सुनील सिंह ने कहा कि 15 महीने हो गए लेकिन सरकार इस भर्ती को पूरा कराने के बजाय कोर्ट -कोर्ट खेल रही है इससे छात्रों का समय व पैसा दोनों का नुकसान हो रहा है.

उन्होंने कहा कि यदि सरकार हमारी बात पहले ही मान ली होती तो आज पुनः परीक्षा करा कर सभी छात्रों को नियुक्ति पत्र दिया जा सकता था.

न्याय मोर्चा से जुड़े छात्रों ने कहा कि सरकार एक करोड़ रोजगार देने की बात कह रही है लेकिन जमीन पर रोजगार मिलता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है. छात्रों ने रोजगार आयोगों, बोर्डों व परीक्षाओं में भ्रष्टाचार और कोर्ट के मामले को यथाशीघ्र निस्तारित कर रोजगार देने की मांग की. छात्रों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी मांगों को पूरा करने व रोजगार के लिए लड़ाई जारी रखने की बात कही.

आज हुए प्रदर्शन में न्याय मोर्चा के संयोजक सुनील मौर्य, सुनील सिंह, रोहित पाल, आशीष पटेल, शैलेश पासवान, सूबेदार यादव, अंतस सर्वानंद,अमित गुप्ता, बाबूलाल चौहान, अतुल यादव, प्रदीप ओबामा, अनिरुद्ध शर्मा, सूर्य प्रताप, बलवीर यादव, श्याम जी यादव, आशुतोष यादव, अमर कुमार, गंगेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, सुरेश कुमार यादव, सुरेश चंद्र यादव, मुकेश कुमार आदि लोग शामिल रहें.

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