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आगरा में दलित छात्रा संजली को जिन्दा जलाने के खिलाफ आइसा ने निकाला प्रतिरोध मार्च

22 दिसंबर, प्रयागराज

आज ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) की तरफ से आगरा में 10वीं कक्षा की छात्रा संजली को जिन्दा जलाने व प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था के खिलाफ लल्लाचुंगी से छात्रसंघ भवन तक प्रतिरोध मार्च निकाला गया और छात्रसंघ भवन पर सभा हुयी।

जुलूस में ‘संजली के हत्यारों को गिरफ्तार करो’, ‘परिवार वालों को 50लाख मुआवजा दो’, ‘प्रदेश में बढ़ रहे बलात्कार व हत्या के जिम्मेदार योगी सरकार इस्तीफ़ा दो’, ‘परिवार के एक सदस्य के नौकरी की गारंटी करो, ‘महिलाओं के बेख़ौफ़ आज़ादी की गारंटी करना होगा, वर्ना तुमको जाना होगा’ इत्यादि नारे लगे।

सभा के दौरान आइसा नेता साक्षी उपाध्याय ने कहा कि प्रदेश के भीतर कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. अपराधियों को हत्या, बलात्कार करने की खुली छूट मिली हुई है और हत्यारों को सजा देने के बजाय योगी सरकार अपराधियों को संरक्षण देने में जुटी है. योगी सरकार आने के बाद अपराधियों का मनोबल बढ़ा है.

आइसा नेता नीलम सरोज ने कहा कि प्रदेश सरकार सुरक्षा के नाम पर एंटी रोमियो स्क्वाड चला रही है लेकिन सरेराह छात्राओं-बच्चियों की हत्याएं हो जा रही हैं और पूरा महकमा धरा का धरा रह जा रहा है. कानून का राज बताकर सत्ता में आई योगी सरकार अब गुंडाराज चला रही है.

अमीषा आनंद ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द संजलि के हत्यारों को गिरफ्तार करे और पीड़िता के परिवार को उचित मुआवजा व सरकारी नौकरी का प्रबंध करे.

आइसा प्रदेश सचिव सुनील मौर्या ने कहा कि आगरा में संजलि को जिन्दा जलाया गया, सुल्तानपुर में दो भाइयों को अगवा कर एक की हत्या, इलाहबाद क्षेत्र में बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म व उसके छोटे भाई की हत्या जैसी कई दर्दनाक घटनाएँ हो रही हैं. प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है, योगी सरकार को अपनी अक्षमता को स्वीकार करते हुए इस्तीफ़ा देना चाहिए.

आइसा, इंनौस व ऐपवा इस सवाल पर राष्ट्रीय प्रतिवाद के तहत 25 दिसंबर को प्रदेश स्तर पर प्रदर्शन करेगा।

प्रदर्शन में अंतस सर्वानन्द, शक्ति रजवार, कंचन, गुंजन पाठक, सुनील यादव, अनिरुद्ध शर्मा, नीरज सरोज, रणविजय विद्रोही,प्रदीप कुमार, सुभाष पटेल, अनिल वर्मा आदि लोग उपस्थित

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