कोडरमा. प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी की आज कोडरमा में हुई सभा में एक बार फिर आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन हुआ. प्रशासन और भाजपा ने जिस स्थान पर सभा करायी वह निजी भूमि थी लेकिन इसके लिए भू स्वामी या उसके प्रतिनिधि से सहमती नहीं ली गई. चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के इस मामले में अभी तक किसी कार्रवाई की सुचना नहीं है. जमीन मालिक के प्रतिनिधि ने प्रशासन से इस बारे में मौखिक आपत्ति कर दी है और अब वह लिखित शिकायत दर्ज करने वाले हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप लग रहे हैं लेकिन चुनाव आयोग कोई भी कारवाई करने से बच रहा है.
भाजपा प्रतयाशियों के पक्ष में प्रधान मंत्री आज कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के जमुआ पहुंचे थे. उनकी सभा जिस 26 एकड़ ज़मीन पर हो रही थी, उस ज़मीन के मालिकान ख़्वाज़ा मुनव्वर सुल्तान, ख़्वाज़ा मुहम्मद आरिफ और मोहतरमा इसरत जान हैं. ये मालिकान फिलहाल कनाडा में रहते हैं. प्रशासन ने इनसे कोई अनुमति लेना ज़रूरी नहीं समझा.
यहाँ तक कि स्थानीय स्तर पर जो व्यक्ति और मालिकान के रिश्तेदार ज़मीन की देखभाल करते हैं उनसे भी शासन ने पूछने की ज़रूरत नहीं समझी. ज़मीन मालिकान के ये स्थानीय रिश्तेदार और देखभालकर्ता कोई अनाम से व्यक्ति नहीं हैं जिनकी जानकारी प्रशासन को न हो। वे जिला परिषद के चुने हुए सम्मानित प्रतिनिधि जनाब मुनव्वर हसन बंटी हैं.
मैंने जब मुनव्वर साहब से इस बाबत पूछा तो उन्होंने बताया कि “प्रशासन को अच्छी तरह मालूम है कि ये ज़मीन मेरे रिश्तेदारों की है और यहाँ इसकी देखभाल मैं ही करता हूँ. उन्होंने बताया कि आज सर्किल ऑफिसर से फोन करके आपत्ति भी की और पूछा कि बिना अनुमति शासन ने यह क्यों किया है. सीओ के पास इसका कोई संतोषजनक उत्तर नहीं था. उन्होंने इस मामले में औपचारिक आपत्ति भी ज़मीन मालिकान के मार्फत दर्ज करवाने की बात कही है. “
विपक्षी दलों पर आँख गड़ाए प्रशासन और चुनाव आयोग के अधिकारियों को क्या यह आचार संहिता का उल्लंघन दिखाई नहीं पड़ रहा, या सत्ता पक्ष के लिए सबकुछ वाजिब है.