समकालीन जनमत

Month : October 2024

ख़बर

बहराइच हिंसा पूर्व नियोजित थी : भाकपा (माले) जांच दल

लखनऊ।  सांप्रदायिक हिंसा से प्रभावित बहराइच के महराजगंज कस्बे व आसपास के गांवों का 26 अक्टूबर को दौरा कर लौटी भाकपा (माले) की पांच सदस्यीय टीम...
साहित्य-संस्कृति

जसम के स्थापना दिवस पर लखनऊ में परिचर्चा और कविता पाठ

समकालीन जनमत
लखनऊ। जन संस्कृति मंच के स्थापना दिवस के मौके पर 27 अक्टूबर को  जंग और जुल्म के विरोध में परिचर्चा और कविता पाठ का आयोजन...
कविता

संजय कुंदन की कविताएँ स्थगित प्रश्नकाल में ख़तरनाक सवाल की उपस्थिति हैं।

उमा राग
अरुण आदित्य संजय कुंदन की कविताओं में गूंजती विविध आवाजों को सुनें तो लगता है कि शास्त्रीयता के बोझ से मुक्त यह कविता दरअसल कविता...
ख़बर

माले महासचिव के नेतृत्व में नवादा से 200 किलोमीटर चलकर पदयात्रा फुलवारी पहुंची

समकालीन जनमत
पटना। भाकपा-माले महासचिव कामरेड दीपंकर भट्टाचार्य के नेतृत्व में 16 अक्टूबर से नवादा से शुरू हुई ‘ बदलो बिहार न्याय यात्रा ‘ आज शाम फुलवारी शरीफ...
ख़बर

महिलाओं पर बढ़ती हिंसा के खिलाफ़ ऐपवा का लखनऊ में जोरदार प्रदर्शन, मार्च में शामिल हुईं सैकड़ों महिलाएं

समकालीन जनमत
लखनऊ। अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) के आह्वान पर उत्तर प्रदेश में महिलाओं के ऊपर बढ़ते बलात्कार, हत्या, अपहरण और लूट की शर्मनाक घटनाओं...
कविता

अनुराग यादव की कविताएँ अपने समय और समाज को देखने का विवेक हैं।

समकालीन जनमत
शंकरानंद कविता की दुनिया में अभी कई पीढ़ियाँ एक साथ सक्रिय हैं और इसी बीच नए लोग भी आ रहे हैं जिनकी उपस्थिति चकित करती...
कविता

आशीष तिवारी की कविताएँ सामूहिक प्रतिरोध का आह्वान करती हैं।

समकालीन जनमत
विपिन चौधरी जहाँ हिन्दी साहित्य में कई युवा रचनाकारों ने अपनी आमद से आश्वस्त किया है ऐसे ही एक युवा कवियों की फ़ेहरिस्त में एक...
जनमत

गज़ा की यह लड़ाई जिंदा रहने की जद्दोजहद है

फरहत मंटू  ( मेडिसिन्स सैन्स फ़्रंटियर्स (डॉक्टर्स विदाउट बोर्डेर्स) की कार्यकारी निदेशक फरहत मंटू का यह लेख ‘ द हिन्दू ’ में पाँच अक्टूबर को...
साहित्य-संस्कृति

नहीं रहे जनपक्षधर, जुझारू जर्नलिस्ट और हिंदी—उर्दू—पंजाबी अदब के शैदाई अमरीक

समकालीन जनमत
स्मृतिशेष : लेखक—पत्रकार अमरीक तुम देश छोड़ने का कह रहे थे, दोस्त ! ये क्या किया, तुमने तो दुनिया ही… —ज़ाहिद ख़ान जनपक्षधर, जुझारू जर्नलिस्ट...
कविता

ध्रुवदेव मिश्र पाषाण : सार्थक को सिरजने का सर्जक

कौशल किशोर
आज हिंदी कविता के क्षेत्र में ऐसे कवियों की बड़ी और महत्वपूर्ण उपस्थिति है जो बढ़ती उम्र के बावजूद सृजनात्मक रूप से सक्रिय हैं। उनका...
साहित्य-संस्कृति

युवाओं और बेरोजगारों के सबसे आत्मीय कथाकार हैं अमरकांत : प्रणय कृष्ण

समकालीन जनमत
बलिया में ‘ शती स्मरण :अमरकांत ‘ का आयोजन बलिया। जन संस्कृति मंच ने अप्रितम कथाकार अमरकांत की जन्म शती आयोजन की श्रृंखला की शुरुआत...
ख़बर

ऐपवा के सम्मेलन में महिलाओं ने बिजली, पानी, रोजगार, सम्मान और आज़ादी का सवाल उठाया

समकालीन जनमत
ग़ाज़ीपुर। ग़ाज़ीपुर के दिलदारनगर (तथागत मैरिज हाल) में 8 अक्टूबर को ऐपवा कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया महिलाओं ने 24 अक्टूबर को बिजली, पानी,...
साहित्य-संस्कृति

‘  हाशिए के समाज के लेखक थे प्रो.चौथीराम यादव ’

समकालीन जनमत
मऊ। राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ और जन संस्कृति मंच के संयुक्त तत्वावधान में संत साहित्य व दलित विमर्श के व्याख्याता काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के हिन्दी...
कविता

श्रुति कुशवाहा की कविताओं में स्त्री विमर्श एक आक्रामक तेवर के साथ उपस्थित है।

समकालीन जनमत
निरंजन श्रोत्रिय स्त्री विमर्श जब ठंडा-सा हो तो वह स्त्री के पक्ष में खड़ा ज़रूर नज़र आता है लेकिन उसकी निर्णायक भूमिका संदिग्ध ही होती...
जनमत

बिहार बाढ़ 2024 : संयोग नहीं, नियति

राहुल यादुका
सितम्बर के अंतिम सप्ताह में बिहार की अधिकातर नदियां उफान पर थी। गंगा में पहले ही बाढ़ आई हुई थी जिसकी वजह से पटना में...
Fearlessly expressing peoples opinion