समकालीन जनमत

Month : May 2024

ग्राउन्ड रिपोर्ट

अभ्रक की राजधानी कोडरमा :  लोकसभा चुनाव में टूटता भाजपा का तिलिस्म

के के पांडेय
कोडरमा जिले की एक,  गिरिडीह की चार और हजारीबाग जिले की एक विधानसभा में फैली कोडरमा लोकसभा सीट अतीत में भी और पिछले दो बार...
जनमत

मोदी दशक में हिंदी सिनेमा

समकालीन जनमत
जावेद अनीस यह भारतीय राजनीति और समाज के लिये भारी उठापटक भरा दौर है. साल 2014 के बाद से एक राष्ट्र और समाज के तौर...
ख़बर

कोडरमा से विनोद सिंह को चुनने का मतलब दिल्ली की संसद में एक निडर आवाज- कल्पना सोरेन

समकालीन जनमत
कोडरमा। आज तिसरी के गांधी मैदान में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी विनोद सिंह के समर्थन में विशाल जनसभा हुई। हजारों लोग 40 डिग्री तापमान में भी...
जनमतशख्सियतसाहित्य-संस्कृति

निराला का वैचारिक लेखन: राष्ट्र निर्माण का सवाल और गांधी

दुर्गा सिंह
निराला राष्ट्रीय आंदोलन से गहरे सम्बद्ध थे। वे ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन की नीतियों पर टिप्पणी, आलोचना तो करते ही थे, साथ ही राष्ट्रीय आंदोलन के...
स्मृति

समकालीन जनमत की तरफ से कामरेड कवि सुरजीत सिंह पातर को श्रद्धांजलि

समकालीन जनमत
“तब मुझे क्या पता था कहने वाले सुनने वाले इस तरह पथराएँगे कि शब्द निरर्थक से हो जाएँगे, कॉमरेड कवि सुरजीत सिंह पातर नहीं रहे।...
कविता

सौम्य मालवीय की कविताएँ प्रतिरोधी चेतना से संपन्न हैं।

समकालीन जनमत
ललन चतुर्वेदी सौम्य की कविताओं को पढ़ते हुए पूरे विश्वास से कह सकता हूँ कि उनकी कविताओं की प्रतिरोधी चेतना में एक न‌ई धार आयी...
जनमत

मोदी दशक के बाद भारत का लोकतंत्र

समकालीन जनमत
जावेद अनीस पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई पहली हिंदुत्ववादी सरकार के एक दशक पूरे हो चुके हैं, इस दौरान नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में...
जनमतपुस्तकसाहित्य-संस्कृति

उम्मीद की रौशनी दिखाती कविताएँ

दीना नाथ मौर्य ‘सहसा कुछ नहीं होता’ बसंत त्रिपाठी का ज्ञानपीठ से प्रकाशित संग्रह है. ‘स्वप्न से बाहर, सन्नाटे का स्वेटर, हम चल रहे हैं....
कविता

आदित्य शुक्ल की कविताएँ सर्जनात्मकता की आँच में तप कर निखरी हैं

निरंजन श्रोत्रिय विद्रूपताओं के प्रति हर गुस्सा यूँ तो जायज है लेकिन यदि उसे सर्जनात्मक आँच में और तपा दिया जाए तो फिर वह सार्थक...
जनमतपुस्तकसाहित्य-संस्कृति

किताब पर बातचीत: पहाड़गाथा

इलाहाबाद, शहर के मेयो हाॅल स्थिति अंजुमन ए रूहे अदब के सभागार में किताब पर बातचीत  के अंतर्गत ‘पहाड़गाथा’ उपन्यास पर बातचीत आयोजित की गयी।  शुरुआत...
जनमतशख्सियतसाहित्य-संस्कृति

जमींदारी उन्मूलन, भूमि-सुधार और मार्कण्डेय की कहानियाँ

दुर्गा सिंह
 (हिन्दी कहानी के प्रमुख हस्ताक्षर मार्कण्डेय के जन्मदिन पर समकालीन जनमत के पाठकों के लिए प्रस्तुत है दुर्गा सिंह का लेख) मार्कण्डेय की कहानी ‘भूदान’...
जनमत

चार श्रम कोड रद्द कर पुराने श्रम कानूनों को बहाल किया जाय

चकिया, 1 मई इंकलाब जिंदाबाद, शिकांगो के अमर शहीदों को लाल सलाम, 1मई मजदूर दिवस अमर रहे,दुनियां के मेहनतकशों एक हों,अमेरिकी साम्राज्यवाद मुर्दाबाद, सामंतवाद पुंजीबाद...
जनमत

लखनऊ में मई दिवस का आयोजन

लखनऊ, 01 मई 2024 सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच के तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस का आयोजन अपर श्रमायुक्त कार्यालय लखनऊ प्रांगण में स्थित...
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