जनमतव्यंग्य सब घाल-मेल है भाईविरूपNovember 27, 2019November 27, 2019 by विरूपNovember 27, 2019November 27, 201903104 जेएनयू का मसला चल ही रहा था कि हुक्मरानों की मेहरबानी से न्यायालय, संविधान, न्यायमूर्ति, राष्ट्रपति, राज्यपाल जैसे जुमले हवा में तैरने लगे हैं. पूरा...
ज़ेर-ए-बहस ‘ठाकरे’ नवाजुद्दीन की विस्फोटक प्रतिभा की विफलता का स्मारक क्यों है?आशुतोष कुमारJanuary 28, 2019January 30, 2019 by आशुतोष कुमारJanuary 28, 2019January 30, 201902369 आशुतोष कुमार अगर आप बाल ठाकरे और उनकी राजनैतिक शैली के प्रति पहले से ही भक्तिभाव से भरे हुए नहीं हैं, तो फिल्म’ठाकरे’ आपको हास्यास्पद...