समकालीन जनमत

Tag : jan sanskriti manch

साहित्य-संस्कृति

भारतीय समाज को समझने के लिए ‘ गोदान ’ और ‘ मैला आंचल ’ की अगली कड़ी है ‘अगम बहै दरियाव ’- प्रो रविभूषण

लखनऊ। शिवमूर्ति में कुछ प्रेमचंद भी हैं और कुछ रेणु भी। उनका उपन्यास ‘अगम बहै दरियाव’ कृषक जीवन, ग्रामीण समाज और इसके जरिये पूरे भारतीय...
साहित्य-संस्कृति

कबीर और नागार्जुन भारतीय क्रांति के उदगाता कवि हैं

समकालीन जनमत
जन संस्कृति मंच, मिथिलांचल जोन का ‘ कबीर–नागार्जुन जयंती समारोह सप्ताह’ अभियान  दरभंगा। कबीर एवं जनकवि नागार्जुन की जयंती के अवसर पर जन संस्कृति मंच मिथिलांचल...
स्मृति

मैनेजर पांडेय और जन संस्कृति मंच

गोपाल प्रधान
मैनेजर पांडेय को जो भी जानता है वह इस बात पर ध्यान दिए बगैर नहीं रह सकता कि जन संस्कृति के साथ उनका जुड़ाव वर्तमान...
साहित्य-संस्कृति

जसम ने पटना, आरा, दरभंगा, समस्तीपुर, बेगूसराय में कार्यक्रम कर सफ़दर हाशमी को याद किया

समकालीन जनमत
जनसंस्कृति मंच ने क्रांतिकारी रंगकर्मी सफ़दर हाशमी के शहादत दिवस पर पटना , आरा , दरभंगा , समस्तीपुर , बेगूसराय में गोष्ठी, नुक्कड़ नाटक, जनगीत...
साहित्य-संस्कृति

लेखकों-संस्कृतिकर्मियों को अपने युग के नायकों को पहचानना होगा : प्रो. प्रधान

समकालीन जनमत
जन संस्कृति मंच, बिहार का पांचवां राज्य सम्मेलन संपन्न ‘‘कोई शब्दों में नये अर्थ भरता है, तो कोई शब्दों के अर्थ को विकृत करता है।...
स्मृति

जन सांस्कृतिक आंदोलन के योद्धा थे सागर सरहदी : जन संस्कति मंच

समकालीन जनमत
मशहूर फिल्म निर्माता-निर्देशक, पटकथा और संवाद लेखक, नाटककार और उर्दू कहानीकार सागर सरहदी के निधन को जन संस्कृति मंच ने भारतीय साहित्य-कला जगत के लिए...
शख्सियत

कामरेड ज़िया भाई ज़िंदाबाद !

रामजी राय
( 28 सितम्बर 1920 को इलाहाबाद के जमींदार मुस्लिम परिवार में पैदा हुए ज़िया –उल-हक़ ने अपने जीवन के सौ साल पूरे कर लिए हैं....
कविता

कोरोना समय में कविता :  ‘लहू से सनी रोटियां दुनिया देख रही है ’

समकालीन जनमत
लखनऊ. यह समय अभिधा का है। जो व्यंजना में कविता की बात करते हैं, कहीं न कहीं उनके अवचेतन में डर है। सत्ता का आतंक...
स्मृति

कला-साहित्य जगत के चार शख्सियतों के निधन पर जन संस्कृति मंच ने शोक व्यक्त किया

इरफान, उषा गांगुली, महेंद्र भटनागर और ऋषि कपूर चारों इस मायने में महत्वपूर्ण थे कि चारों जनपक्षधर थे, चारों सांप्रदायिक कट्टरता के विरोधी थे, चारों...
ख़बरसाहित्य-संस्कृति

आज़ादी, अमन और लोकतंत्र के लिए प्रेरणा देते हैं फ़ैज़

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की जयंती पर उनके नज्म गाये, जन संस्कृति मंच, दरभंगा का जिला सम्मेलन आयोजित हुआ दरभंगा (बिहार). पूरी दुनिया के महकूमों एवं...
ख़बर

प्रगतिशील-वामपंथी आंदोलन की सक्रिय शख्सियत थे खगेंद्र ठाकुर : जन संस्कृति मंच

सुप्रसिद्ध प्रगतिशील आलोचक खगेंद्र ठाकुर को जन संस्कृति मंच की श्रद्धांजलि पटना. जन संस्कृति मंच ने सुप्रसिद्ध प्रगतिशील आलोचक, कवि, व्यंग्यकार, संगठक और वामपंथी नेता...
ख़बरसाहित्य-संस्कृति

जन संस्कृति मंच ने प्रसिद्ध कथाकार स्वयंप्रकाश को दी श्रद्धाजंलि

समकालीन जनमत
जन संस्कृति मंच दुर्ग-भिलाई इकाई द्वारा दिनांक 8 दिसंबर 2019 को नेहरू सांस्कृतिक भवन, सेक्टर-1, भिलाई में प्रसिद्ध कथाकार के आकस्मिक निधन पर भावभीनी श्रद्धाजंलि...
जनमतशख्सियतस्मृति

नामवर सिंह ने कभी अवकाश ग्रहण नहीं किया

प्रणय कृष्ण
नामवर सिंह नहीं रहे. 93 साल की उन्होंने उम्र पायी, लेकिन लगता है जैसे किसी विराट उपस्थिति ने अचानक हमें किसी न भरे जा सकने...
ख़बरसिनेमा

प्रतिरोध का सिनेमा ने की दीपा धनराज की फिल्म ‘वी हैव नॉट कम हियर टु डाई’ की स्क्रीनिंग

कौशल किशोर
लखनऊ, 18 फरवरी। ‘प्रतिरोध का सिनेमा’ के सिलसिले का आरम्भ करते हुए 17 फरवरी को लखनऊ में डाक्यूमेन्ट्री फिल्म ‘वी हैव नाॅट कम हियर टू...
कवितास्मृति

गोरख के काव्य में सादगी, अभिधा का सौंदर्य है-चन्द्रेश्वर

गोरख पाण्डेय की स्मृति में लखनऊ में कार्यक्रम शीर्षस्थ कथा लेखिका कृष्णा सोबती को श्रद्धांजलि दी गई लखनऊ. हिन्दी कविता की जो सुदीर्घ परम्परा है,...
ख़बर

दिल्ली में 2 दिसंबर को जन संस्कृति मंच लगाएगा ‘समता मेला’

संजय जोशी
दिल्ली, 25 नवंबर 2018 जन संस्कृति मंच की दिल्ली- एन सी आर इकाई  बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर 2 दिसंबर...
कवितासाहित्य-संस्कृति

वीरेनियत-3: अंत:करण के आयतन को विस्तारित करती कविताओं की शाम

समकालीन जनमत
वीरेन डंगवाल स्मृति में आयोजित जसम का सालाना कार्यक्रम  बीते 28 सितंबर को आयोजित यह वीरेनियत नाम से तीसरा जलसा था। जन संस्कृति मंच की...
शख्सियतसाहित्य-संस्कृति

प्रेमचंद किसान जीवन की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार धरम, महाजन और साहूकार की भूमिका की शिनाख्त करते हैं

31 जुलाई 2018 को प्रेमचंद जयंती के अवसर पर शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय , बैकुंठपुर(छत्तीसगढ़) में ‘प्रेमचंद और हमारा समय’ विषयक संगोष्ठी आयोजित की गई...
शख्सियत

राजेन्द्र कुमार : जैसा मैंने उन्हें देखा

प्रणय कृष्ण
उनका अलंकरण मुश्किल है. उनके बारे में अतिशयोक्ति संभव नहीं. ध्यान से देखें तो उन्होंने अपने जीवन और अपनी रचना में कुछ भी अतिरिक्त, कुछ...
ख़बर

जसम ने प्रो रूपरेखा वर्मा के साथ एकजुटता की अपील की

समकालीन जनमत
लखनऊ, 7 जुलाई. जन संस्कृति मंच ने अवाम के लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाली लखनऊ विश्वविद्यालय की पूर्व उपकुलपति प्रो रूपरेखा वर्मा के...
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