कहानीसाहित्य-संस्कृति रज्जब अली कहानी संग्रह पर परिचर्चा संपन्नराम नरेश रामMarch 7, 2019March 7, 2019 by राम नरेश रामMarch 7, 2019March 7, 201902677 कलाकार को चाहिए कि वह ज्यादा से ज्यादा पहुँचने वाले मुहावरे में अपनी बात कहे- संजीव कुमार पिछली 3 मार्च को जसम दिल्ली इकाई की...
कहानीसाहित्य-संस्कृति गांव की साझी सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन गति और उसके संकट को केन्द्र में रखती है हेमंत कुमार की कहानी ‘रज्जब अली’समकालीन जनमतAugust 23, 2018 by समकालीन जनमतAugust 23, 20182 2630 (हाल ही में ‘पल-प्रतिपल’ में प्रकाशित हेमंत कुमार की कहानी ‘रज्जब अली’ को हमने समकालीन जनमत पोर्टल पर प्रकाशित किया , जिस पर पिछले दिनों...
जनमत ‘कुछ नॉस्टैल्जिया तो है’ हेमंत कुमार की कहानी ‘रज्जब अली’ मेंदीपक सिंहAugust 14, 2018August 14, 2018 by दीपक सिंहAugust 14, 2018August 14, 201810 1957 (कथाकार हेमंत कुमार की कहानी ‘ रज्जब अली ’ पत्रिका ‘ पल-प्रतिपल ’ में प्रकाशित हुई है. इस कहानी की विषयवस्तु, शिल्प और भाषा को...
कहानीज़ेर-ए-बहससाहित्य-संस्कृति समाज का सच सामने लाती है हेमंत कुमार की कहानी ‘रज्जब अली’समकालीन जनमतAugust 5, 2018August 6, 2018 by समकालीन जनमतAugust 5, 2018August 6, 201802205 (कथाकार हेमंत कुमार की कहानी ‘ रज्जब अली ’ पत्रिका ‘ पल-प्रतिपल ’ में प्रकाशित हुई है. इस कहानी की विषयवस्तु, शिल्प और भाषा को...
कहानीज़ेर-ए-बहस हेमन्त कुमार की कहानी ‘ रज्जब अली ’ में सामंती वैभव देखना प्रतिक्रियावाद को मजबूत करना हैसमकालीन जनमतJuly 30, 2018July 30, 2018 by समकालीन जनमतJuly 30, 2018July 30, 201802986 कहानी में मूल समस्या साम्प्रदायिकता है. यह कहानी हमारे समय के लिहाज से एक बेहद जरूरी कहानी है. इसलिए जरूरी यह है कि इस कहानी...
कहानी सामंती वैभव के प्रति नॉस्टेल्जिया से ग्रस्त है कहानी ‘ रज्जब अली ’डॉ रामायन रामJuly 25, 2018July 29, 2018 by डॉ रामायन रामJuly 25, 2018July 29, 201803036 ‘ रज्जब अली ’ कहानी में कथाकार बड़ा आख्यान रचने की कोशिश में कई ऐसी गलतियाँ कर बैठे हैं जिसकी वजह से अपने बड़े उद्देश्य...