समकालीन जनमत

Tag : फिल्म इंडस्ट्री

स्मृति

“मैं ज़िंदगी सिर्फ़ अपनी शर्तों पर जीना चाहती हूँ, और यह हो कर रहेगा।”-सरोज ख़ान

समकालीन जनमत
कनुप्रिया झा बात उन दिनों की है जब मैं आठ या नौ साल रही हूँगी। हर शाम क़रीबन चार बजे टेलीविज़न की आवाज़ न्यूनतम कर...
ख़बरज़ेर-ए-बहस

यह सच बोलने के लिए चुकाई गयी कीमत है: सुशांत सिंह

समकालीन जनमत
अशोक पान्डे सुशांत और मेरी स्कूली पढ़ाई नैनीताल के एक ही स्कूल से हुई. बिड़ला विद्यामंदिर में वे मेरे जूनियर रहे और मेरे पास आउट...
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