एस के यादव
तीर्थराज प्रयाग कुम्भ में 4 फरवरी, 2019, मौनी अमावस्या के अवसर पर कुंभ मेला प्रशासन तथा जिला प्रशासन का सारा ध्यान इस बात पर था संगम के किनारे ज्यादा भीड़ एकत्रित ना हो.
लेकिन पिछले कुंभ 2013 में रेलवे स्टेशन के अंदर पैदल पार पुल पर हुए हादसे और उसमें हुई मौतों से भी यूपी सरकार, रेल और जिला प्रशासन ने सबक नहीं लिया ।
कल अपने घरों को वापस लौट रहे तीर्थ यात्रियों को जो पीड़ादायक परेशानी झेलनी पड़ी उसको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता.नीचे के दो छाया चित्रों में आप देख सकते हैं इलाहाबाद जंक्शन स्टेशन के निकट लीडर रोड, खुशरू बाग पर ठीक महाप्रबंधक रेलवे आवास के सामने जहां पर बैरिकेडिंग लगाकर भीड़ को रोका गया था. पीछे से आने वाली भीड़ का कोई प्रबंधन ना होने के कारण इस बैरिकेडिंग पर भीड़ का दबाव इतना बढ़ गया कि महिलाएं, बच्चे और बुजुर्गों के लिए तो आफत थी ही एक नौजवान गश खाकर गिरा और तड़पते हुए खून की उल्टी करने लगा। यहाँ कोई मेडिकल हेल्प नहीं थी, फ़ोटो खींचते हुए उनके रोते बिलखते परिवार की बेबसी देख मैं रोने लगा, बीस गज़ दूर लोहे की बैरीकेडिंग पर पुलिस और वालंटियर कोइ सुनने वाला नहीं था, जब मैंने रोते हुए चीख़ चीख़ कर उनसे मेडिकल हेल्प की गुहार की तब भीड़ से निकालकर उसे कालविन हास्पिटल भेजा गया।
रेलवे का सारा फोकस रेलवे स्टेशन के अंदर बने बाड़ों तक सीमित था. लेकिन उन बाड़ों तक पहुंचने से पहले स्टेशन के बाहर लगातार आ रही भीड़ को जत्थे में नियंत्रित करने का कोई प्रबंध जिला प्रशासन ने नहीं किया था, जिससे हजारों की संख्या में बच्चे महिलाएं और बुजुर्ग घायल हुए परेशान हुए और बदइंतजामी को कोसते नजर आए।
कुछ देर के अंतराल पर बाड़े से बेहद संकरा रास्ता खोला जाता था और उसमें से भीड़ बेकाबू होकर भागती थी।
आलम यह था की एक महिला बैरिकेडिंग बंद होने से ठीक पहले इस पार आ गई और उसका छोटा बच्चा बैरिकेटिंग पार नहीं कर पाया और भीड़ में उसका कुछ अता पता नहीं, वह रोती बिलखती रही तो एक सीआरपीएफ की महिला जवान ने उससे कहा कि बच्चा लेकर कुंभ मेला में आने की क्या जरूरत थी, मुझसे रहा नहीं गया, मैंने उस महिला सिपाही से कहा देश के प्रधानमंत्री मोदी जी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी लगातार प्रचार कर रहे हैं और दिव्य कुंभ और भव्य कुंभ में देशवासियों को आने का निमंत्रण दे रहे हैं, ऐसे में आप इस तरह की बात उनसे मत कीजिए तो वह नाराज हो गई और बोली आप अपनी ड्यूटी कीजिए.
सभी चित्र और मोबाइल वीडियो: एस. के.यादव
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