लखनऊ. मुजफ्फरपुर बालिका गृह बलात्कार कांड के दोषियों को सजा दिलाने के लिए बिहार बंद के समर्थन में आज 2 अगस्त को परिवर्तन चौक पर ऐपवा द्वारा धरना तथा विरोध सभा का आयोजन किया गया. इसमें आइसा, इंकलाबी नौजवान सभा के कार्यकर्ता तथा अनेक लोकतान्त्रिक बुद्धिजीवी शामिल हुए .
इस अवसर पर एक बयान जारी कर ऐपवा की प्रदेश अध्यक्ष कृष्णा अधिकारी ने कहा कि सरकारी संरक्षित मुजफ्फरपुर बालिका गृह बलात्कार कांड में 41 लड़कियों के साथ बलात्कार, हत्या और गुमशुदगी की घटना ने पूरी मानवता को शर्मसार किया है. मासूमों को इन्साफ दिलाने के लिए वाम महिला संगठनों के आह्वान पर बिहार बंद का हम समर्थन करते हैं .
विरोध सभा को संबोधित करते हुए ऐपवा की जिला संयोजिका मीना सिंह ने मांग किया कि समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को तत्काल मन्त्रीमण्डल से तत्काल बर्खास्त किया जाए तथा बलात्कार के आरोपी मंत्री के पति को शीघ्र गिरफ्तार कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए.
उन्होंने यह भी मांग किया कि देश के सभी सरकारी संरक्षित बालिका गृहों की स्वतंत्र जांच कराई जाए.
ऐपवा की नेता विमल किशोर ने कहा की भाजपा शासन में रेप की घटनाये बड़ी है. नीतीश तो सुशासन की बात करते है उनके इस शासन में छोटी बच्चिया भी सुरक्षित नहीं है. बिहार की जनता ने बंद का आयोजन किया है. हम उनके साथ एकजुटता जाहिर करते है.
आइसा के नेता शिवा रजवार ने मांग किया कि इस मामले का खुलासा करने वाली टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए.
इंकलाबी नौजवान सभा के संयोजक राजीव गुप्ता ने मांग किया कि देश के सभी बालिका गृहों का डिजिटलाइजेशन किया जाए साथ ही सभी गृहों के ऊपर एक निगरानी समिति बनाई जाये जिसमें महिला संगठनों के प्रतिनिधियों को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाए.
धरने में शामिल अन्य प्रमुख लोग थे मंजू गौतम , सफरुन्निशा , लीलावती , विमल किशोर जसम के कौशल किशोर जी, मगन जी , इनौस के कलीम खान , दुर्गेश जी , आइसा के नितिन राज , प्रियंका , तौफिक आदि लोग शामिल हुए.