रायपुर। आल इंडिया पीपुल्स फोरम सहित आधा दर्जन जन संगठनों ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर सुकुमा के एसपी द्वारा धर्मान्तरण के बारे में जारी सर्कुलर और धर्म विशेष पर की गई टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
ऑल इंडिया पीपल्स फोरम, छत्तीसगढ़ के संयोजक बृजेन्द्र तिवारी, छत्तीसगढ़ लोक स्वातंत्रय संगठन (पी.यू.सी.एल.) के अध्यक्ष एडवोकेट डिग्री प्रसाद चैहान, प्रोग्रेसिव माइनोरिटी फोरम छत्तीसगढ़ के संयोजक सैय्यद सादिक अली, छत्तीसगढ़ नागरिक संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक अखिलेश एडगर, एससी, एसटी., ओ.बी.सी. एंड माइनोरिटीज संयुक्त मोर्चा छत्तीसगढ के अध्यक्ष मंडल के सदस्य अजय कुमार चैहान, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार समिति, छत्तीसगढ़ ईकाई के महासचिव सोमनल बघेल, दलित शोषण मुक्ति मंच की रायपुर ईकाई के संयोजक रतन गोंदाने, प्रोग्रेसिव क्रिश्चियन अलायंस छत्तीसगढ़ के संयोजक सोनसिंग झाली ने मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में कहा है कि सुकमा के पुलिस अधीक्षक ने 12 जुलाई को जारी एक सर्कुलर में ईसाई मिशनरियों और उससे जुड़े आम ईसाईयों को खुले रूप में इंगित करते हुए उन्हें आदिवासियों के धर्म परिवर्तन करवाने का आरोप लगाया है। इस तरह से सर्कुलर जारी कर अपने मातहतों को निर्देशित करने की कोशिश करना पूर्णतः असंवैधानिक है तथा ईसाई समुदाय से जुड़े हजारों निर्दोष नागरिकों के प्रति समाज में नफरत की भावना बढ़ाने के साथ ही उनकी जिंदगियों को भी खतरे में डालना है।
पत्र में छत्तीसगढ़ के आम नागरिकों के हित में सुकमा पुलिस अधीक्षक की इस असंवैधानिक कार्रवाई का संज्ञान लेते हुए इसे तत्काल वापस लेने और उनके खिलाफ कानूनसम्मत कार्रवाई करने की मांग की गई हैं।