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बेतिया में खालिद हुसैन की हत्या के खिलाफ़ भाकपा माले ने प्रदर्शन किया, प्रशासन पर अपराधियों को बचाने का आरोप

बेतिया/ पटना। भाकपा-माले ने पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में के लालू नगर में खालिद हुसैन की नृशंस हत्या के खिलाफ आज नरकटियागंज, साठी, मलदहिया आदि जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया। भाकपा माले कार्यकर्ता अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। कई जगहों पर प्रशासन ने लाॅकडाउन की आड़ में शांतिपूर्ण विरोध को भी रोकने की कोशिश की।

भाकपा-माले के पश्चिम चंपारण इलाके के प्रभारी वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने बताया कि खालिद हुसैन के पिता अख्तर हुसैन द्वारा बियाडा की जमीन के अधिकार के लिए सीडब्लयूजेसी 16095/2019 मुकदमा उच्च न्यायालय में दायर किया गया था. उक्त तीन एकड़ जमीन 2 अप्रैल 1987 को ही 99 साल के लिए उन्हें लीज पर मिला था. फिर बिहार-झारखंड के बंटवारे के बाद 2007 में भी उक्त जमीन की लीज अख्तर हुसैन के नाम पर हो गई. फिर बियाडा जमीन घोटाले के क्रम में भाजपा-जदयू के नेताओं के दबाव पर लीज कैंसिल कराकर 2008 में रोहित सिकारिया के नाम आवंटित कर दी गई. जिस पर बेतिया मुंसिफ़ कोर्ट में मुकदमा चला.

उन्होंने बताया कि कोर्ट से मुकदमा खारिज कर दिया गया और जमीन पर अवस्थित राइस मिल, तेल मिल, मशाला मिल, चीडड़ा मिल, आटा मिल और पानी प्लांट को ध्वस्त कर अख्तर हुसैन को विस्थापित कर दिया गया. इसके खिलाफ अख्तर हुसैन ने पटना उच्च न्यायालय में अपील दायर की. इस मामले में उच्च न्यायालय में न्याय पाने लिए दायर किए गए मुकदमे के ही सिलसिले में हत्या की गई.

भाकपा माले के  बिहार राज्य सचिव कुणाल व माले विधायक दल के नेता महबूब आलम ने आज एक संयुक्त प्रेस बयान जारी कर पश्चिम चंपारण के बेतिया के लालू नगर में खालिद हुसैन की नृशंस हत्या की कड़ी निंदा की . दोनों नेताओं ने कहा कि स्थानीय प्रशासन अपराधियों को गिरफ्तार करने की बजाए उलटे बचाने के ही अभियान में लगा हुआ है। इस बर्बर हत्याकांड के खिलाफ न्याय के सवाल पर एक सितंबर को जिले में संयुक्त प्रतिवाद का आयोजन किया जाएगा. इसको लेकर वहां विपक्षी पार्टियों की बैठक भी आयोजित हुई.

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