समकालीन जनमत

Tag : अब होगी बरसात

कविता

बरसात की आस और वसंत की आगवानी का कवि नरेंद्र

बलभद्र
10 मार्च 1989 को बिहार के कोने-कोने से आए हजारों-हजार गरीब-गुरबों से पटना का गाँधी मैदान सुसज्जित था। लाल-लाल झंडे लहरा रहे थे और ‘आई....
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