प्रयागराज। युवा स्वाभिमान पदयात्रा निकाल रहे 18 युवाओं को पुलिस ने आधी रात नवाबगंज से गिरफ़्तार करने के बाद आज दोपहर धारा 107/116 /151में चालान कर दिया। देर शाम तहसील सोरांव से सभी पदयात्री निजी मुचलके पर रिहा हो गए।
युवा स्वाभिमान मोर्चा के कहा है कि पुलिस के बल पर रोक कर सरकार नौजवानों की आवाज़ को नहीं दबा सकती है। मोर्चा फिर पदयात्रा शुरू करेगा।
पुलिस ने युवा स्वाभिमान मोर्चा के संयोजक डॉ आर पी गौतम, सहसंयोजक सुनील मौर्य, शैलेश पासवान, अमर बहादुर गौतम, राम अवन, ठाकुर प्रसाद, सोनू यादव, शशि सिद्धार्थ, अनिल कुमार, धर्मराज कोल, शिव कुमार कोल, सुबास चंद्र वर्मा, आनंद राजभर, बबलू बियार, रोशन लाल, मंगला प्रसाद, करन, विमलेश गौतम को गिरफ़्तार कर अलग-अलग थानों में रखा था।
युवा स्वाभिमान मोर्चा ने गिरफ़्तारी के बाद रिहाई की मांग पर एसएसपी से मिलकर प्रतिवाद दर्ज कराने वाले वाम नेताओं व जनवादी बुद्धिजीवी नागरिकों-अधिवक्ताओं को धन्यवाद दिया।
रिहा होने के बाद युवा स्वाभिमान मोर्चा के संयोजक डॉ आर पी गौतम ने कहा कि युवा स्वाभिमान पदयात्रा को पुलिस के बल पर रोक कर सरकार नौजवानों की आवाज़ को नहीं दबा सकती है। रोज़गार, स्वास्थ्य, शिक्षा व सुरक्षा को छीनकर नौजवानों को लड़ने से नहीं रोक सकती। युवाओं से सरकार डर रही है। इसीलिए पुलिस से नौजवानों को रात में गिरफ़्तार करवाती है।
मोर्चा के सहसंयोजक सुनील मौर्य ने कहा कि सरकार युवाओं की आवाज़ को दबा देना चाहती है क्योंकि सरकार उनके सवालों को नहीं हल करना चाहती है। उन्होंने कहा कि युवा स्वाभिमान मोर्चा की आगामी बैठक कर अगली योजना कल तय की जाएगी।