समकालीन जनमत

Tag : भाषण

साहित्य-संस्कृति

केस हिस्ट्री: मुश्ताक़ अहमद यूसुफ़ी

समकालीन जनमत
यह “निबंध-नुमा भाषण या भाषण-नुमा निबंध” मुश्ताक़ अहमद यूसुफ़ी की अंतिम रचना “शाम-ए-शेर-ए-याराँ” से लिया गया है। इसे उन्होंने ‘पाकिस्तान सोसाइटी ऑफ़ फ़िज़ीशियंस’ के वार्षिक...
ख़बरज़ेर-ए-बहस

उसका भाषण था कि मक्कारी का जादू…

समकालीन जनमत
सौरभ यादव, शोध छात्र, दिल्ली विश्वविद्यालय 15 अगस्त, नई दिल्ली ।आज देश के 72 वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रचलित परम्परा के अनुसार प्रधानमंत्री ने डालमिया...
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