कविता संदीप नाईक की कविताएँ स्मृतियों को बचाए रखने की कोशिशें हैंसमकालीन जनमतJune 2, 2024June 2, 2024 by समकालीन जनमतJune 2, 2024June 2, 20240103 पुरु मालव समस्त कलाएँ और विधाएँ परस्पर भिन्न होते हुए भी एक दूसरे के क्षेत्र का अतिक्रमण करती हैं क्योंकि अभिव्यक्ति का मूल तत्व इन...
कविता अंकिता रासुरी की कविताएँ विषय विविधता से पूर्ण अदम्य साहस की अभिव्यक्ति हैंसमकालीन जनमतFebruary 4, 2024February 4, 2024 by समकालीन जनमतFebruary 4, 2024February 4, 20240969 पुरु मालव अंकिता रासुरी की कविताओं में वो विषय-क्षेत्र भी सहजता से प्रविष्ट हो जाते हैं जिनकी ओर प्रायः कवि दृष्टिपात करने से भी बचते...
कविता अरबाज़ खान की कविताएँ प्रेम, प्रतिरोध और पीड़ा की बानगी हैंसमकालीन जनमतOctober 8, 2023October 8, 2023 by समकालीन जनमतOctober 8, 2023October 8, 20230186 पुरु मालव अरबाज़ ख़ान और उनकी कविताओं से पहला परिचय हाल ही में आए ’समय के साखी’ पत्रिका के कविता विशेषांक से हुआ। जिसका सम्पादन...
कविता पुरू मालव की कविताएँ एक आत्मीय आग्रह के साथ बड़े सवालों पर बात करती हैंसमकालीन जनमतApril 23, 2023April 23, 2023 by समकालीन जनमतApril 23, 2023April 23, 2023046 निरंजन श्रोत्रिय युवा कवि पुरू मालव की आसान-सी दिखने वाली ये कविताएँ हमारे भीतर एक फोर्स के साथ खुलती हैं। वह चाहे विस्थापन का...